इन विधि-विधान से कीजिए माता लक्ष्मी की पूजा, कभी नहीं होगी सुख-समृद्धि में कमी

हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि जिस घर में माता लक्ष्मी निवास करती हैं, उस घर में कभी दरिद्रता नहीं आती और परिवार में कभी धन की कमी नहीं होती। शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा के लिए उत्तम दिन माना जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करनी चाहिए।

 
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कैसे करें माता लक्ष्मी की पूजा।

उत्तर प्रदेश, Digital Desk: आज के समय में हर व्यक्ति चाहता है कि, वह एक अच्छी जिंदगी व्यतीत करें और उसे धन की कभी कमी न हो। इसके लिए वह तरह तरह के प्रयास करता है, लेकिन कई बार प्रयास उतने सार्थक नहीं होते, जिससे वह धन कमा सके और उसकी आय ज्यादा नहीं हो पाती। हिंदू पुराणों (Mata Lakshmi Pooja Tips) के अनुसार ऐसा माना गया है कि, यदि व्यक्ति सही विधि-विधान से माता लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) की पूजा करें, तो उसे कभी भी धन की कमी नहीं होगी। धार्मिक मान्यता है ऐसा कहती है कि, जिस घर में माता लक्ष्मी रहती है, उस घर में कभी दरिद्रता नहीं आती और परिवार में कभी धन की कमी नहीं होती। तो आज जानते हैं कि माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए क्या करें, जिससे आपको कभी धन की कमी ना हो।

Mata Lakshmi Pooja Tips:

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi Pooja) को प्रसन्न करने के लिए कई चरणों में पूजा विधि का उल्लेख मिलता है। लक्ष्मी पूजन के लिए एक निश्चित विधि-विधान हमेशा होना चाहिए, इससे माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। वैसे देखा जाए तो माता लक्ष्मी की पूजा विधि बहुत ही सरल है।

माता लक्ष्मी (LAKSHMI) की पूजा करने के लिए 33 प्रकार की चीजों का उपयोग किया जाता है। जिसमें कलावा, रोली सिंदूर, नारियल, अक्षत, लाल वस्त्र, फूल, 5 सुपारी, लॉन्ग, पान के पत्ते, कलश, आम का पत्ता, चौकी, समिधा, हवन कुंड, हवन सामग्री, कमलगट्टे, पंचामृत, फल, बताशा, मिठाई, पूजा में बैठने हेतु आसन, हल्दी, अगरबत्ती, कुमकुम, इत्र, दीपक, रुई, आरती की थाली, कुशा, रक्त चंदन, श्रीखंड चंदन, प्रमुख माने जाते हैं।

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शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा के लिए अति उत्तम माना जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करनी चाहिए। इनकी पूजा करने का सबसे सही समय मध्यरात्रि होती है। माता लक्ष्मी की उस प्रकृति की पूजा करनी चाहिए, जिसमें वह गुलाबी कमल के पुष्प पर बैठी है और उनके हाथों से धन वर्षा हो रही है। माता लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प अर्पित करना चाहिए। मान्यता के अनुसार माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप माला से करना चाहिए, ताकि आपका प्रयास तुरंत ही प्रभावशाली हो जाए।

पूजा विधि:

सबसे पहले घर के मंदिर में साफ सफाई करके माता लक्ष्मी की मूर्ति विराजमान करें। उसके सामने कलश की स्थापना करें और आम का पल्ला डालकर उसमें नारियल रख दे। अब उन्हें जल और पान के पत्ते से स्नान करा दीजिए अंत मे पंचामृत से स्नान कराने के बाद इत्र लगा दीजिए। इत्र लगाने के बाद वस्त्र धारण करवाएं, धूप जलाए, इसके बाद हल्दी, कुमकुम, अक्षत चंदन और फूल चढ़ा दीजिए। इसके बाद हवन कुंड में हवन करें और उसके बाद आरती करके माता को भोग लगाइए। मन ही मन माता से आपकी जो भी इच्छा है, उसकी प्रार्थना करिए।