Govinda Dwadashi 2023 : गोविंद द्वादशी पर पूजा एवं कथा करने से मिलता है पुण्य का लाभ

Astro, Digital: भगवान श्री कृष्ण का पूजन द्वादशी के दिन विशेष रुप से होता है. फाल्गुन मास में आने वाली शुक्ल पक्ष में आने वाली द्वादशी को गोविंद द्वादशी के नाम से जाना जाता है. आमलकी एकादशी के अगले दिन गोविंद द्वादशी का पूजन होता है. एकादशी की ही भांति द्वादशी का व्रत भी कृष्ण भक्तों के लिए विशेष होता है. भगवान श्री कृष्ण को गोविंद नाम से भी जाना जाता है और गोविंद द्वादशी पर भगवान की पूजा अर्चना की जाती है.
गोविंद द्वादशी शुभ मुहूर्त
गोविंद द्वादशी का व्रत 4 मार्च को किया जाएगा. द्वादशी तिथि का आरंभ 03 मार्च 2023 को प्रात:काल 09:12 बजे पर आरंभ होगा. इसके पश्चात द्वादशी तिथि की समाप्ति 04 मार्च 2023 को 11:44 बजे पर समाप्त होगी. गोविंद द्वादशी के दिन कुछ विशेष शुभ योग भी निर्मित होंगे. इस दिन शनिप्रदोष व्रत भी होगा. पुष्य नक्षत्र नामक शुभ नक्षत्र होगा. इस नक्षत्र को अत्यंत ही शुभ नक्षत्रों की श्रेणी में स्थान प्राप्त है. शोभन योग का निर्माण भी शुभ होग . चंद्रमा इस समय अपनी स्वराशि कर्क राशि में विराजमान होगा. इस समय बने शुभ योगों का प्रभाव मनोकामनाओं की सिद्धि के लिए अनुकूल होगा.
गोविंद द्वादशी पूजन
गोविंद द्वादशी के दिन प्रात:काल उठ कर नित्य कार्यों से निवृत्त होने के पश्चात स्नान इत्यादि कार्य करने के उपरांत व्रत का संकल्प धारण करना चाहिए. इस दिन श्री गोविंद एवं राधा जी का पूजन करना चाहिए. भगवान को प्म्चामृत का भोग अर्पित करना चाहिए. फल फूल गंध इत्यादि अर्पित करने चाहिए. भगवान का भजन एवं कीर्तन करने के पश्चात भोग अर्पित करना चाहिए. इस प्रकार व्रत को संपूर्ण करके शुभ लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं.
गोविंद द्वादशी पूजा महत्व
गोविंद द्वादशी को एक अत्यंत शुभ समय माना गया है. भागवत एवं अन्य धार्मिक ग्रंथों में इस व्रत को अत्यंत शुभ व्रत माना गया है. इस दिन द्वादशी के दिन गोविंद का पूजन करने से व्यक्ति को वंश वृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होगा. जो जातक संतान सुख से वंचित हैं संतान सुख पाना चाहते हैं उनके लिए ये समय अत्यंत उपयोगी लाभदायक सिद्ध होता है यदि इस दिन गोविंद द्वादशी का व्रत किया जाए. इस दिन को कार्यों की सिद्धि हेतु भी बहुत शुभ माना जाता है.
(Disclaimer: प्रकाशित जानकारी सामान्य मान्यताओं और लेखक की निजी जानकारियों व अनुभवों पर आधारित है, Mirzapur Official News Channel इसकी पुष्टि नहीं करता है)