Mirzapur: सत्ता सुख पाने के लिए यह बड़े दिग्गज़ नेता दे चुके माँ विंध्याचल मंदिर के द्वार में दस्तक

मां विंध्यवासिनी के मंदिर में बड़े-बड़े दिग्गज़ नेता अपनी जीत की प्रार्थना करने, माता के धाम में जा चुके है। अमित शाह से लेकर प्रियंका गाँधी तक...

 
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मान्यता है कि, जो भी सच्चे मन से माँ की आराधना एवं प्राथना करता है, उसकी सभी इच्छा पूरी होती है।

मिर्ज़ापुर, Digital Desk:  गंगा किनारे पहाड़ियों की गोद में स्थित विंध्याचल धाम अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण प्राकृतिक रूप में बेहद ही खूबसूरत लगता है।  मां विंध्यवासिनी को एक ऐसी जागृत शक्तिपीठ माना जाता है जिनका अस्तित्व शृष्टि आरंभ होने से पूर्व और प्रलय के बाद भी रहा है। मिर्जापुर विंध्याचल धाम में भक्तों को देवी माँ के तीन रूपों का सौभाग्य प्राप्त होता है। मां के तीन रूप महालक्ष्मी, महाकाली एवं महासरस्वती के रूप में है। कहां जाता है कि मां विंध्यवासिनी देवी विंध्य पर्वत पर स्थित मधु तथा कैटभ नाम के असुरों का नाश करने वाली भगवती यंत्र की अधिष्ठात्री देवी हैं। इसलिए जो भी व्यक्ति इस स्थान पर तप करता है उसे आवश्य सिद्धि की प्राप्ति होती है।

विंध्य पर्वत और गंगा नदी के किनारे काशी और प्रयाग के बीच स्थित विंध्याचल धाम में लोग सच्चे मन से जो भी आराधना और साधना करते हैं, मां उनकी सभी प्रार्थना को पूरा करती हैं। इसीलिए माँ के भक्त बड़े दूर-दूर से अपनी प्रार्थना एवं मुरादे लेकर माता के दरबार आते हैं। ऐसे में राजनीतिक परिवारों का भी माता विंध्याचल धाम से काफी घनिष्ठ रिश्ता रहा है। तभी तो आम भक्तों के साथ-साथ राजनीतिक दल एवं उनके परिवार के लोग भी, यहां आकर माता से राजनीतिक सुख एवं सत्ता पाने की प्रार्थना करते हैं। नवरात्रि में माता का धाम स्वर्ग के स्वरूप लगता है, जहां कदम पडते ही मन को तसल्ली मिलती है।

विशेष पूजा एवं माता का श्रृंगार -
विद्यांचल धाम के पुरोहित यह बताते हैं कि, यहां सभी राजनीतिक दल और परिवार की अपने अलग पंडे हैं। जब भी पार्टी या उनका कोई परिवार से जुड़ा व्यक्ति यहां आता है, तो उनके ही पंडे उन्हें दर्शन करवाते हैं। साथ ही साथ गुप्त एवं सार्वजनिक विशेष पूजा एवं माता का शृंगार भी उनके पंडे ही करवाते हैं। ऐसी मान्यता है कि विशेष पूजा एवं माता का शृंगार करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। पुरोहितों के मुताबिक यह जगह दस महाविद्या के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है। दस महाविद्या सनातन धर्म में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है, दस महाविद्या के रूप में हम शक्ति के 10 रूपों की पूजा करते हैं।

हम आज आपको उन राजनीतिक दल एवं उनके नेताओं के बारे में बताना चाहेंगे जो मां विंध्यवासिनी के धाम अपनी हाजिरी लगा चुके हैं।


Bharatiya Janata Party-RSS
भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता एवं गृह मंत्री Amit Shah बीते 2 महीने(August)पहले माता के धाम आए थे। जहां उन्होंने विंध्याचल कॉरिडो का शिलान्यास भी किया था।


उस समय उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath की मौजूद थे। यहां पर अमित शाह और योगी आदित्यनाथ ने साथ में माता के दर्शन किए। मिर्ज़ापुर से सांसद Anupriya Patel भी माता के धाम दर्शन प्राप्त करने अक्सर जाया करती हैं। आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत माता के दरबार में अपनी हाजिरी दे चुके हैं। इसके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई, कल्याण सिंह एवं लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गज नेता माता का आशीर्वाद लेने जा चुके हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी माता के धाम में प्रार्थना की थी। प्रधानमंत्री Narendra Modi ने भी वर्चुअल मोड से मिर्ज़ापुर के लोगों को माता विंध्यवासिनी के नाम पर स्थापित मेडिकल कॉलेज की सौगात दी थी।


Samajwadi Party :
समाजवादी पार्टी के प्रमुख Akhilesh Yadav भी साल के शुरूआती महीनों में माता के धाम दर्शन करने पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने आने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी जीत की कामना करने हेतु माता से प्रार्थना की।

Indian National Congress Party :
इंडियन नेशनल कांग्रेस के दो प्रमुख चेहरे Rahul Gandhi और उनकी बहन Priyanka Gandhi Vadra भी मां विंध्याचल के दरबार में अपनी उपस्थिति दे चुके हैं।
 


कोरोना महामारी के पहले प्रियंका गांधी ने भी माता के दर्शन किया था, यहां उन्होंने नाव से यात्रा की और मौन आराधना भी की थी। साथ ही उन्होंने रिसिप्ट बुक में यह लिखा कि, "मुझे यहां आकर बहुत ही अच्छा लगा, मेरे पूर्वजों का भी इस मंदिर से एक अमूल्य नाता रहा है, जय माता दी।" उत्तर प्रदेश में चुनाव जोरों पर है उम्मीद है कि चुनाव के पूर्व प्रियंका गांधी और कई बड़े दिग्गज नेता माता के धाम दर्शन करने जा सकते हैं।