Shani Amavasya 2021 शनि अमावस्या: 9 वाहनों की सवारी करते हैं शनि देव, जानें हर एक का महत्त्व

आज हम आपको बताएंगे शनिदेव के 9 वाहनों के बारें में। यदि आप जानना चाहते हैं कौन-कौन हैं शनिदेव के वाहन तो नीचे स्क्रॉल करें और आर्टिकल पढ़ना जारी रखें।
 
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ऐसे लोग जो शनि के प्रकोप से पीड़ित हैं या फिर जिनकी कुंडली में शनि का दोष है या फिर शनि की महादशा की वजह से दुःखी हैं या फिर किसी पूर्वज के दोष से दुखी हैं, उनके लिए यह दिन बहुत ही महत्त्वपूर्ण है।


Digital Desk: मार्गशीर्ष महीनें की अमावस्या इस बार बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। इस तिथि पर इस बार देव पितृकार्ये शनैश्चरी अमावस्या पड़ने वाली है। यह शनैश्चरी अमावस्या इस महीने की 4 तारीख को पड़ने वाली है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, जब भी शनिवार के दिन अमावस्या की रात होती है उसे शनैश्चरी अमावस्या या शनि अमावस्या कहते हैं। हर अमावस्या का दिन देव पितृकार्यों के लिए सबसे सही और सर्वोत्तम माना जाता है। इस दिन अपने पूर्वजों को याद करना चाहिए। यह दिन पूर्वजों के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण माना जाता है।

शनि अमावस्या का दिन उन लोगों के लिए भी बहुत महत्त्वपूर्ण है जिनकी शनि की साढ़े साती चल रही है। ऐसे लोग जो शनि के प्रकोप से पीड़ित हैं या फिर जिनकी कुंडली में शनि का दोष है या फिर शनि की महादशा की वजह से दुःखी हैं या फिर किसी पूर्वज के दोष से दुखी हैं, उनके लिए यह दिन बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। ऐसे लोग इस दिन शनि देव के लिए विशेष पूजा अर्चना का आयोजन कराते हैं। पूजन, अर्चना, दान, पुण्य से यह लोग शनि देव को प्रसन्न करके शांत करने की कोशिश करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि, इस दिन पूजा करने से व्यक्ति सभी संकटों से मुक्ति पा जाता है। 

शनि अमावस्या कुछ दिन में आने ही वाला है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे शनिदेव के 9 वाहनों के बारें में। यदि आप जानना चाहते हैं कौन-कौन हैं शनिदेव के वाहन तो नीचे स्क्रॉल करें और आर्टिकल पढ़ना जारी रखें। 

हंस
हंस को शनि देव के सभी वाहनों में सबसे अच्छा वाहन माना जाता है। यदि शनि देव हंस पर सवार हैं, इसका यह अर्थ है कि, आर्थिक सफलता देखने को मिलने वाली है। यह शुभ का प्रतीक है।

मोर
मोर भी शुभ का प्रतीक है। यदि शनिदेव मोर पर सवार हैं तो इसका यह अर्थ है कि, मेहनत के साथ साथ भाग्य भी आपका साथ देने वाला है। इस दौरान बड़ी से बड़ी मुश्किल को पार किया जा सकता है। 

सियार
यदि शनि देव सियार पर सवार हैं तो यह अशुभ का संकेत है। इस दौरान कोई न कोई अशुभ समाचार ही मिलता है। 

भैंसा
यदि शनिदेव भैंसे पर सवार है तो इसका फल मिले जुले रूप में प्राप्त होता है। इस स्थिति में बहुत ज़रूरी है कि, व्यक्ति अपने बुद्धि और विवेक से काम ले। यदि सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी वाली स्थिति है यह। 

कौआ
यदि शनि का वाहन कौआ है तो यह अशुभ का संकेत है। इस वक़्त क्लेश की सम्भावना बहुत ज़्यादा बढ़ जाती है। ऐसे समय में धैर्य और शांति का काम लेना चाहिए और किसी भी बहस से बचना चाहिए। 

हाथी
यदि शनि देव हाथी पर सवार हो तो यह अशुभ माना जाता है। ऐसी स्थिति में हर इच्छा के विपरीत फल प्राप्त होते हैं। ऐसे में हिम्मती बन कर स्थिति का सामना करना चाहिए। 

सिंह 
यदि शनि देव सिंह पर सवार हो तो यह शुभ संकेत है। ऐसे समय में समझदारी से काम लेना चाहिए। इस वक़्त शत्रु या विपक्ष्यों को आसानी से पराजित किया जा सकता है। 

घोड़ा
यदि शनि देव घोड़े पर सवार हैं तो यह शुभ का प्रतीक है। इससे अच्छे और मन मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में अपने शत्रु को आराम से पराजित क्या जा सकता है। 

गधा 
यदि शनि देव का वाहन गधा है तो यह शुभ नहीं माना जाता है। इससे शुभ फल की प्राप्ति में कमी आ जाती है। ऐसे में किस भी मन मुताबिक फल की प्राप्ति के लिए बहुत ही ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है। 


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