आज है Chitragupta एवं कलम-दवात की पूजा, जानिए इस पर्व की विधि और शुभ मुहूर्त

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के द्वितीय दिन कायस्थ कुल के इष्ट भगवान श्री चित्रगुप्त महाराज और कलम दवात की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं, इस पूजा के शुभ मुहूर्त एवं विधि के बारे में।

 
image source : tv9 bharatvarsh

इस पर्व को ज़्यादातर Kayastha Samaj के लोग मनाते है।

उत्तर प्रदेश, Digital Desk: हिंदू मान्यताओं के अनुसार महाराज चित्रगुप्त को देवता यमराज के दरबार का सबसे अहम सदस्य माना जाता है। जो मनुष्य के जीवन में किए गए अच्छे-बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं। चित्रगुप्त पूजा और कलम दवात की पूजा 6 नवंबर को मनाई जाएगी। अक्सर यह त्यौहार कार्तिक माह के संवत शुक्ल के चंद्र दिवस के दूसरे दिन आता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन प्रार्थना करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।

चित्रगुप्त पूजन:

हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार चित्रगुप्त महाराज की पूजा 6 नवंबर दिन शनिवार को की जाएगी। चित्रगुप्त की पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के द्वितीय तिथि के दिन होती है। इस बार यह द्वितीय तिथि 5 नवंबर शुक्रवार को रात्रि 11:15 पर प्रारंभ होगी एवं 6 नवंबर को शनिवार शाम 7:44 पर समाप्त हो जाएगी।

पूजा का शुभ मुहूर्त:

दोपहर 1:15 से लेकर शाम 3:25 तक।

पूजा विधि:

1. सबसे पहले स्नान करलें एवं चौकी पर लाल रंग का आसन बिछाकर भगवान चित्रगुप्त की तस्वीर रखिए और कलश की स्थापना करिए।

2. इसके साथ लेखनी-धारी चित्रगुप्त के पास अपनी कलम और दवात को भी रखिए।

3. फिर आप अक्षत,रोली, सिंदूर, पुष्प, धूप, दीप और मिष्ठान आदि अर्पित करिए, कलम पर मोली बांधकर रोली अक्षत चढ़ाए।

4. इसके बाद सफेद कागज पर स्वास्तिक बनाकर इष्ट देवताओं के नाम लिखिए। कागज में मिठाई एवं दीप जलाकर भगवान चित्रगुप्त को अर्पित कर दीजिए।

5. इसके बाद भगवान चित्रगुप्त का हवन, स्तुति एवं आरती करिए और पूजा संपन्न कर दीजिए।

image source : tv9 bharatvarsh