Diwali 2021: दिवाली में साफ-सफाई के बाद क्यों आती है Laxmi Mata, कौन है अलक्ष्मी माता, जानिए क्यों होता है धन का नुकसान
क्या आपको पता है कि, माता लक्ष्मी की एक बड़ी बहन भी थी, जिनका नाम अलक्ष्मी है। जो जहां दुख और दरिद्रता होती है, साफ सफाई नहीं होती, वहीं वास करती हैं।

जानिए लक्ष्मी और अलक्ष्मी माता के बारे में।
डिजिटल डेस्क: शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी जी को समर्पित है। माता लक्ष्मी जी को धन की देवी कहा जाता है, माता लक्ष्मी की कृपा से इंसान खूब तरक्की करता है। लोग बताते हैं कि, माता लक्ष्मी जहां सफाई होती है वही वास करती हैं और लोगों को अपना आशीर्वाद प्रदान करती हैं। लक्ष्मी माता, विष्णु जी की पत्नी हैं एवं धन और वैभव देने वाली देवी भी।
कौन है अलक्ष्मी माता?
आपको लक्ष्मी माता के बारे में पता है। लेकिन उनकी बड़ी बहन और अलक्ष्मी देवी के बारे में किसी को ज्यादा नहीं पता होगा। बताया जाता है कि, अलक्ष्मी भी लक्ष्मी देवी की तरह समुद्र मंथन द्वारा ही प्रकट हुई थी। लेकिन अपनी छोटी बहन लक्ष्मी माता से बिल्कुल विपरीत है। जहां गरीबी, क्लेश, गंदगी रहती है वे वही पर निवास करती हैं एवं जब साफ सफाई होती है, तब लक्ष्मी माता वहां आकर वास करती है।
कहां जाता है कि समुद्र मंथन से निकलने के बाद लक्ष्मी जी ने भगवान विष्णु की शरण ली। वही अलक्ष्मी माता ने असुरों की शक्तियां प्राप्त की, जिसके वजह से जहां क्लेश होगा, विवाद होगा, वहीं उनका वास होगा। अलक्ष्मी पीपल के पेड़ के नीचे रहने लगी और हर शनिवार को माता लक्ष्मी अपनी बड़ी बहन से मिलने जाती है। इसलिए शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाया जाता है, इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख समृद्धि आती है।
अलक्ष्मी का प्रभाव -
अलक्ष्मी के प्रभाव से बचने का साधारण उपाय साफ सफाई रखना है। साफ-सफाई हमेशा रखे, घर में टूटे बर्तन, कबाड़ इकट्ठा न करें समय पर खाना खाएं एवं मन को साफ रखें। तो आप अलक्ष्मी माता के प्रकोप से बच सकते हैं और आप पर लक्ष्मी माता की कृपा बरसेगी, जिससे आपके धन एवं सुख में वृद्धि होगी।
image source : goddess weekly