Helmet Movie Review: कंडोम की ज़रूरत है, पर लोगो को अब भी झिझक है

समाज में कंडोम की ज़रूरत और लोगो के मन में झिझक को मज़ेदार अंदाज में दिखती है फ़िल्म "हेलमेट"

 
image source : Aparshakti Khurrana Instagram
हेलमेट को मिले 5 से 4 स्टार।

मुम्बई, डिजिटल डेस्क: फ़िल्म हेलमेट की कहानी अपारशक्ति खुर्रान के इर्द-गिर्द घूमती है। फ़िल्म में वह शादी में बैंड बतौर सिंगर का काम करते है। लेकिन प्रनुत बहल के पिता को लकी यानी अपारशक्ति पंसद नहीं है।पैसे की तंगी को लेकर अपारशक्ति खुर्रान और उनके दोस्त एक ट्रक लूट लेते है। वह ट्रक को जब खोलते है तो पता चलता है कि वह ट्रक कंडोम से भरा हुआ है।

अब पैसे की ज़रूरत है और कंडोम भी बेचना है। इसीलिए जब वे कंडोम बेचने जाते है, तो पता चलता है कि लोगो को कंडोम लेना है पर मन मे झिझक भी है।

कैसे वह कंडोम बेचते है, और उसमें कितने धमाल होते है। इसी पर आधारित है हेलमेट फ़िल्म।

क्या है खास:

फ़िल्म में कंडोम के मुद्दे को जिससे लोग हिचकते है। उसी मुद्दे को लोगो के सामने लाया गया है।


कैसी है एक्टिंग और निर्देशक:

फ़िल्म की कहानी और निर्देशक बहुत ही बढ़िया है। क्या दिखाना है, कितना दिखाना है। इन सब चीज़ों को बढ़िया से दिखाया गया है।