मेरे काम को दुनिया भर में पहचान मिलेगी, ऐसा कभी नहीं सोचा था: Pankaj Tripathi

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने कहा कि उन्हें कभी यह उम्मीद नहीं थी कि उनके काम को इतनी सराहना मिलेगी और लोगों ने इतना पसंद करेंगे।
 
image source : Pankaj Tripathi Instagram
कागज फिल्म में आए थे आखरी बार नजर।

मुम्बई, डिजिटल डेस्क: अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने एक इंटरव्यू में कहा कि हिंदी फिल्म सिनेमा के जरिए सालों संघर्ष के बाद उन्हें यह पहचान और अस्तित्व मिला है। उन्होंने कभी अपने जीवन में यह नहीं सोचा था कि उनकी काम को इतनी सराहना मिलेगी और यह पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जाएगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर की बात करें तो इस साल मेलबर्न का भारतीय फिल्म महोत्सव पंकज त्रिपाठी को सिनेमा में विविधता पुरस्कार से सम्मानित करने वाला है।

यह पुरस्कार फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप द्वारा राजपाल की उपस्थिति में पंकज त्रिपाठी को प्रदान किया जाएगा।

इस पुरस्कार के बारे में पंकज त्रिपाठी ने कहा कि,
मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे काम को वैश्विक दर्शकों द्वारा पहचाना जाएगा और मुझे एक विदेशी देश की सरकार द्वारा एक प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। मैं इसके लिए आप सभी लोगों का बहुत आभारी और विनम्र हूं। उन्होंने कहा कि यही सब पुरस्कार उन्हें और अच्छा प्रदर्शन करने पर प्रेरित करते हैं।


पंकज त्रिपाठी ने फिल्मों और वेब सीरीज दोनों में ही अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्हें फिल्म लूडो के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और मिर्जापुर जैसी वेब सीरीज के लिए भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए नामांकित किया गया है। उनकी एक शॉर्ट फिल्म लाली को भी इस साल फेस्टिवल में जगह मिली है।

बता दें कि पंकज त्रिपाठी मुंबई एक्टर बनने के लिए आए थे और उन्होंने कई साल स्ट्रगल किया।उनका कहना है कि जब वे स्ट्रगल कर रहे थे, तो उनकी पत्नी उनका घर चलाती थी और उन्हें सपोर्ट करती थी।