20 years of 9/11: अमेरिका पर हुए आतंकी हमले को हुए 20 साल, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुआ था आतंकी हमला, जाने पूरी घटना

आज ही के दिन 20 साल पहले 3000 मौत और तबाही का वह खौफनाक मंजर, हमें देखने को मिला जिसने सबका दिल दहला दिया था।
 
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नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क: अमेरिका में आज ही के दिन 11 सितंबर 2001 को आतंकवादी हमला हुआ था। साल 2001 में यानी कि आज ही के दिन आज अमेरिका में आतंकी हमले से पूरी दुनिया दहल उठी थी। हर 11 सितंबर को अमेरिका में काले दिन के रूप में मनाया जाता है, इस दिन दुनिया का सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ था। जिसमें लगभग 3000 लोगों की जान ले ली थी। उस समय के राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने इस घटना को अमेरिकी इतिहास का सबसे काला दिन करार किया था।

11 सितंबर की सुबह को कोई भी नहीं भूल सकता, जब रोज की तरह दुनिया की सबसे ऊंची इमारत में से एक वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में लगभग 18000 कर्मचारी रोज की तरह काम कर रहे थे, तभी सुबह 8:46 पर कुछ ऐसा हुआ जिसने सबका दिल दहला दिया।

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उस दिन अलकायदा के आतंकियों ने चार पैसेंजर एयरक्राफ्ट को हाईजैक कर लिया और जान भुजकर दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर न्यूयॉर्क के ट्विन टावर के साथ टकरा दिया। जिसमें विमान पर सवार लोग तथा बिल्डिंग में काम करने वाले लोगों की मृत्यु हो गई, हमला जिन विमानों से किया गया उनकी रफ्तार लगभग 1000 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा थी। दोनों इमारतें तुरंत ढह गई और आसपास की इमारतों पर भी बुरा असर पड़ा।

तीसरा विमान वाशिंगटन के पेंटागन में टकरा दिया गया, वहीं चौथे विमान के कुछ यात्री एवं उड़ान चालक ने आतंकियों को निपटा दिया और विमान का कंट्रोल वापस ले लिया। लेकिन फिर भी वह एक खेत में क्रैश हो गया और कोई भी नहीं बच पाया।

आतंकी हमले में लगभग 3000 लोगों से भी ज्यादा लोगों की जान गई और 500 से ज्यादा अफसर और फायर ब्रिगेड वाले आग बुझाने में लगे रहे। मरने वाले 57 देश के लोग थे, पूरी इमारत 2 घंटे में मलबे में तब्दील हो गई और इतने में केवल 300 शव ही बरामद हो पाए।

इस हमले का बदला अमेरिका ने बराबर लिया। उन्हें पता था कि इस हमले के पीछे ओसामा बिन लादेन का हाथ है। अमेरिका ने 10 साल बाद 2 मई 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद शहर में घुसकर ओसामा बिन लादेन को मार गिराया और उसकी लाश को नदी में फेंक दिया।

और लगभग 13 साल बाद उसी इमारत को काम करने हेतु वापस खोल दिया गया।

इस दिन को अमेरिका अपने इतिहास का काला दिन मानता है और हर साल जिन लोगों ने अपनी जान गवाई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है।