अलविदा बिरजू महाराज: दिल्ली में ली Birju Maharaj ने अंतिम साँस, प्रधानमंत्री ने जताया शोक
नित्य कला केंद्र में नाम कमाने वाले बिरजू महाराज का आज दिल्ली में निधन हो गया, जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रेसिडेंट रामनाथ कोविंद ने शोक जताया।

नई दिल्ली,Digital Desk: कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज(BIRJU MAHARAJ) को का सोमवार को निधन हो गया है। पद्म विभूषण से सम्मानित 83 वर्षीय बिरजू महाराज ने दिल्ली में अंतिम सांस ली, उनके निधन से संगीत प्रेमियों सहित बॉलीवुड जगत में भी शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(NARENDRA MODI) ने पंडित बिरजू महाराज के निधन पर अपना शोक जताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,
भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति! pic.twitter.com/PtqDkoe8kd
— Narendra Modi (@narendramodi) January 17, 2022
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी ने भी पंडित बिरजू महाराज के निधन पर शोक जताया। उन्होंने ट्वीट करके लिखा कि, पंडित बिरजू महाराज का निधन एक युग के अंत का प्रतीक है। उनके निधन से भारतीय संगीत और संस्कृति में एक चेहरा शून्य बन गया है। वह कत्थक को विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाने में अद्वितीय योगदान देकर एक प्रतीक बन गए हैं, उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना।
पंडित बिरजू महाराज ने देशभर में एवं विश्व भर में अच्छा खासा नाम कमाया। पूत के पांव पिता को पालने में ही दिख गए थे और उन्होंने अंदाजा लगा लिया कि, बिरजू महाराज बड़े होकर कुछ बड़ा करने वाले हैं। बिरजू महाराज ने कई सारे कार्यक्रम में अपनी अद्भुत परफॉर्मेंस दी। पंडित बिरजू महाराज महज 13 साल की उम्र में दिल्ली नृत्य सीखने चले गए थे। अपनी मृत्यु के बाद 5 बच्चे एवं नाती-पोतों का परिवार छोड़ गए हैं। उनके निधन के बाद अब उनके बच्चे कथक की दुनिया में उनका नाम रोशन कर रहे हैं। पंडित बिरजू महाराज ने 2015 की सुपरहिट फिल्म बाजीराव मस्तानी में भी नृत्य-निर्देशन का काम किया था, 2002 में पद्मभूषण से नवाजा गया था।