International Literacy Day 2021: जानिए क्यों मनाया जाता है विश्व साक्षरता दिवस

कोरोनावायरस के बीच विश्व साक्षरता दिवस इस बार बुधवार 8 सितंबर को मनाया जाएगा।
 
image source : Unesco Official twitter

नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क: विश्व साक्षरता दिवस हर  वर्ष 8 सितंबर को मनाया जाता है। ताकि साक्षरता को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाई जाए, जो सिर्फ भारत में नहीं पूरे विश्व भर में है।

यूनेस्को की रिपोर्ट के मुताबिक 773 मिलियन यंग बच्चे लिटरेसी से वंचित हैं, वह न लिख सकते हैं न पढ़ सकते हैं। इसी बात को लेकर यूनेस्को ने एक गोल तैयार किया है जिसमें 2030 तक सस्टेनेबल डेवलपमेंट करने की कोशिश की जाएगी।

पिछले साल कोरोनावायरस की वजह से विश्व साक्षरता दिवस को कोरोनावायरस में हुई विपदा के बारे में बताया गया कि कोरोनावायरस ने कैसे लोगों की पढ़ाई लिखाई एवं कामकाज सब चौपट हो गया।

इस साल भी यूनेस्को लिटरेसी के मुद्दे को उठाएगी। हर बार यूनेस्को यह बताना चाहती है कि, साक्षरता से मानवता सुधार सामाजिक विकास एवं प्रगति के मार्ग खुल जाते हैं। जिससे हमें टेक्नोलॉजी एवं समाज का ज्ञान होता है और पढ़ाई एवं लिखाई से हम खुद के साथ-साथ अपने निकट के क्षेत्र, शहर, प्रदेश एवं देश को भी सहायता पहुंचा सकते है।

यह जमाना टेक्नोलॉजी का है, और इस टेक्नोलॉजी में साक्षरता की अहमियत बहुत ही ज्यादा है।

विश्व साक्षरता दिवस को मानव के व्यक्तिगत एवं कुशल डेवलपमेंट हेतु मनाया जाता है। साक्षरता हमें केवल अच्छी जिंदगी ही नहीं देती बल्कि नकारात्मक चीजें जैसे कि गरीबी, जनसंख्या नियंत्रण इन सब चीजों के प्रति जागरूक भी करती है।