भारत के प्रधानमंत्री Narendra Modi को 71 वें जन्मदिन की ढेरों बधाई, जानिए उनके राजनीतिक सफर की कहानी

एक वक्त ऐसा था जब नरेंद्र मोदी, अपने पिता के साथ लोकल ट्रेनों में चाय बेचा करते थे।
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन आज पूरा देश हर्षोल्लास से मना रहा है। नरेंद्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। सबको लगता है कि नरेंद्र मोदी के लिए यह सब कुछ बहुत आसान था। लेकिन नरेंद्र मोदी का जीवन बेहद कठिनाइयों से भरा हुआ था और आज वे जिस मुकाम पर हैं वहां उन्हें पहुंचने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी थी।
नरेंद्र मोदी अपने पिता के साथ उनकी चाय की टपरी पर उनका हाथ बढ़ाते थे और लोकल ट्रेनों में चाय बेचा करते थे। वहां की यात्रियों से बात करते करते हैं उनकी हिंदी भी क्लिष्ट हो गई। मोदी जब 18 साल के हुए तो एक घर से भाग गए और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य बन गए। इस बीच में भारत का भ्रमण 2 साल तक करते रहे और 1971 में आरएसएस के फुल टाइम वर्कर बन गए। 1975 की इमरजेंसी के दौरान नरेंद्र मोदी ने कई सारे रूप बदले, क्योंकि उस वक्त इंदिरा सरकार आवाज उठाने वालों को गिरफ्तार कर रही थी। सन 2001 तक नरेंद्र मोदी आरएसएस के साथ रहे और वहां कई सारे पदों को संभाला और अंत में जनरल सेक्रेटरी बंद कर पार्टी से निकले।
सन 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल की जब तबीयत बिगड़ी, तो नरेंद्र मोदी को उनकी जगह चीफ मिनिस्टर नियुक्त किया गया। मोदी के मुख्यमंत्री काल के दौरान उनकी पॉलिसीज को काफी सराहना मिली जिससे गुजरात में इकोनामिक ग्रोथ को देखा। अपने तीन बार मुख्यमंत्री कार्यकाल में नरेंद्र मोदी ने गुजरात की काया को पलट दिया। गुजरात की इकोनामी सबसे ज्यादा होने लगी और उन्हें प्रशंसा भी मिलने लगी।
सन 2012 में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि लोग उन्हें प्रधानमंत्री के तौर पर अब देखना चाहते थे। सन 2014 में नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी को एक ऐतिहासिक जीत दिलाई और मुख्यमंत्री पद त्याग कर उन्होंने प्रधानमंत्री पद को स्वीकार किया। अपने प्रधानमंत्री काल में भारत के चौथे सबसे लंबे समय तक रहने वाले प्रधानमंत्री बने। भारत की बिगड़ी अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक सभी को सुधारने के लिए नरेंद्र मोदी ने अथक प्रयास किए। विदेश विदेश घूमते रहे और भारत के विदेशी देशों के साथ संबंध अच्छे बनाते गए। अपने प्रधानमंत्री काल के दौरान नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान और डिजिटल इंडिया जैसे मूल मंत्र का तोहफा देश को दिया जिसे आज पूरा देश अपनाता है।
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री काल के दौरान कई सारे ऐतिहासिक फैसले भी लिए गए। 2016 में नोटबंदी, पाकिस्तान पर सर्जिकल एवं एयर स्ट्राइक और 2019 में धारा 370 का हटा देना प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल की अचीवमेंट्स के तौर पर गिना जाता है। यही नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग 1200 कानूनों को हटाकर नए कानून एवं नई व्यवस्था को लागू किया है।
2019 में नरेंद्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री चुना गया। हालांकि, इस बार उनकी इकोनामिक पॉलिसी एवं बढ़ते हुए चीजों के दामों को देखकर काफी निंदा की जा रही है। लेकिन सर्वे के मुताबिक तीसरी बार भी लोग नरेंद्र मोदी को ही प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं।