Mumbai: पूरे देश पर भारी पड़ेगा, मुंबई में कोरोना की तीसरी लहर

मुंबई में देखने को मिल सकते हैं 60 lakh से भी ज्यादा केस।
 
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प्रतिदिन देखने को मिल सकते 1.3 लाख केस।

मुम्बई, डिजिटल डेस्क: जहां उत्तर प्रदेश जैसे बड़े क्षेत्रफल वाले प्रदेश में कोरोनावायरस न के बराबर है। वही मुंबई और केरल जैसे शहरों में जिसका क्षेत्रफल उत्तर प्रदेश से कम है, उसमें कोरोनावायरस वायरस का कंट्रोल अभी भी पूर्ण रूप से नहीं हो पाया है। महाराष्ट्र में प्रतिदिन लगभग 4000 से 5000 केस देखने को मिल रहे हैं। वही केरल की बात करें तो केरल में भी कोरोना के केस कम होने का नाम नहीं ले रहे।

पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक अगर महाराष्ट्र में प्लानिंग पूर्ण रूप से नहीं की गई तो, मध्य सितंबर और अक्टूबर के महीने में महाराष्ट्र में लगभग 60 लाख नए केस देखने को मिल सकते हैं, जो कोरोना की सबसे खतरनाक लहर होगी।

अपने संशोधित परीक्षण में राजेश टोपे के नेतृत्व वाले विभाग ने कहा है कि राज्य सरकार ने पूरक मांगों में 1200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। वहीं अतिरिक्त 4000 करोड़ रुपए की आवश्यकता और होगी।

एडिशनल चीफ सेक्रेटरी प्रदीप व्यास ने कहा है कि,
उन्होंने सभी जिला कलेक्टर जिला पार्षद के सीईओ और सिविल सर्जनों को एक व्यापक पत्र लिखा है। जिसमें कोरोनावायरस की तीसरी लहर से लड़ने के प्लेन के बारे में डिस्कस किया गया है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी प्रदेश के सभी लोगों को चेतावनी देते हुए सावधान रहने की गुहार लगाई। उनका कहना है कि बाकी सारे प्रदेशों में भी करोना के केस बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। अगर मुंबई में भी केस बढ़ते हुए नजर आए, तो लॉकडाउन ही एकमात्र इलाज है। उद्धव ने कहा कि, पहली वेव में 20 लाख लोगों को असर पड़ा था दूसरे वेव में 40 लाख लोगों को।

वही सरकार की तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि, लैब टेस्टिंग की और वैक्सीनेशन की कैपेसिटी को बढ़ाया गया है। सूत्रों के मुताबिक मुम्बई और पुणे में कोरोना के केस बढ़ने के आसार हैं।