बेहद खतरनाक है कोरोना का "Omicron" वैरिएंट, पहली बार देखकर सहम गए वैज्ञानिक
कोरोनावायरस का कहर अभी तक खत्म नहीं हुआ है, पहले डेल्टा वायरस और अब omicron वायरस का डर लोगों के साथ-साथ वैज्ञानिकों को भी सताने लगा है।

Digital Desk: पिछले साल कोरोनावायरस ने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया था। ऐसे में लग रहा था कि, यह बीमारी कभी खत्म नहीं होगी। लेकिन लोग कोरोना वैक्सीन लगवा रहे थे और इस बीमारी से लड़ते रहे थे। बीच में एक खबर आई थी कि कोरोनावायरस का दूसरा वेरिएंट आ गया है, यानी डेल्टा वायरस जो उससे भी ज्यादा खतरनाक है। लेकिन लोग संभाल रहे थे एवं वैक्सीनेशन करा रहे थे। लेकिन अब कोरोनावायरस का सबसे खतरनाक वैरिएंट Omicron आ गया है, जो इन दोनों से ज्यादा खतरनाक है। इस वेरिएंट ने न सिर्फ लोगों को बल्कि वैज्ञानिको को भी डरा दिया है।
डर गए थे वैज्ञानिक:
यह वैरिएंट इतना खतरनाक है कि पहली बार देखकर तो वैज्ञानिक भी डर गए थे। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग के दौरान इसमें बड़ी संख्या में म्यूटेशन पाया गया है ,जो एक खतरनाक बात है। फिलहाल इस वैरिएंट से बचाव के लिए, अलर्ट जारी कर दिया गया है। यूरोप के सभी 45 देशों और दक्षिण अफ्रीका सहित 56 देशों के यात्रियों का पासपोर्ट ट्रैकिंग होगी और घर जाकर उनका सेंपलिंग लिया जाएगा। पॉजिटिव मिलने पर उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया जाएगा। फिलहाल आगरा जाने वाले यात्रियों के साथ यही किया जा रहा है, वही देखा जाए तो सिक्किम में भी 15 दिसंबर तक विदेशी नागरिकों की एंट्री बंद कर दी गई है।
डीजीपी अशोक कुमार ने भी बताया कि मंगलवार के दिन उत्तराखंड में लगभग 5000 से ज्यादा पुलिसकर्मी के एंटीजन टेस्ट कराए थे, जिसमें 18 पुलिसकर्मी पॉजिटिव पाए गए।
एक दिन में 2000 मामले:
Omicron का खतरा अब बढ़ता जा रहा है, वहीं भारत में आज एक ही दिन में दो हजार से ज्यादा मामले देखने को मिले। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को जो आंकड़ा जारी किया गया, उसके अनुसार 24 घंटों में 8954 मामले सामने आए। जो कल की तुलना में अधिक है और इस दौरान 200 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
जो लोग दिल्ली एयरपोर्ट सफर कर रहे हैं, उनका टेस्ट किया जा रहा है। जिसके तहत उन्हें लाइन में लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
पहला मामला:
Omicron का पहला मामला ब्राजील में देखने को मिला, उसके बाद लैटिन अमरीका में भी 2 लोग इससे संक्रमित पाए गए। जहां दुनियाभर में इसका खतरा बढ़ता जा रहा है, भारत में भी अब इसके खिलाफ सतर्कता बरती जा रही है। एयरपोर्ट से लेकर बस अड्डा तक जांच बढ़ती जा रही है और कई राज्यों में स्वतंत्र तौर पर दिशा निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। महाराष्ट्र में भी करोना के नियमों को अब सख्त कर दिया गया है और बाहर से आने वाले यात्रियों को क्वॉरेंटाइन होना अनिवार्य है, साथ ही साथ आरटीपीसी जांच भी।