Mirzapur News: माता की 8 दानपेटी में इस बार आए 7 लाख़ 94 हज़ार
माता विंध्याचल मंदिर में इस बार ₹794000 का दान आया।

8 दान पेटी की हुई गिनती।
मिर्ज़ापुर, Digital Desk: मिर्ज़ापुर (Mirzapur) के मां विंध्यवासिनी (Vindhyachal Mandir) के 8 दानपात्रों से बुधवार को 7 लाख 94 हजार रुपये प्राप्त हुआ है। मंदिर के पास स्थित प्रशासनिक भवन में बुधवार को कड़ी सुरक्षा एवं वीडियोग्राफी के बीच दानपात्र से निकाले गए धन की गिनती हुई। इस दौरान दानपात्र से कुल 7 लाख 94 हजार 685 रुपये मिले। इसे जिलाधिकारी के बैंक खाते में जमा कराया गया है। अब तक कुल 34 लाख 47 हजार 465 रुपये प्राप्त हुए है। नायब तहसीलदार छानबे राम नारायण वर्मा की देखरेख में विंध्यधाम के दानपात्र को खोला गया था।
इस मौके पर राजस्व विभाग (MATA VINDHVASINI DONATION BOX) के अमीन विजय शंकर दुबे, चंद्रमणि तिवारी, लवकुश तिवारी, अनिल सोनकर, कुमार दूबे, राजकुमार सिंह, अशोक यादव, सहित कई अन्य राजस्वकर्मी मौजूद रहे थे।
विंध्याचल:
आदिशक्ति माता विंध्यवासिनी की महिमा अपरम्पार है, प्रतिदिन माँ के चार रूप में होने वाली आरती में मनुष्य और देवता भी हाजिरी लगाते है ।आदिशक्ति के गुणों का बखान मार्कण्डेय पुराण में देवताओं ने भी किया है |
मिर्ज़ापुर (Mirzapur News) में भक्तो के कल्याण के लिए सिद्धपीठ विन्ध्याचल में सशरीर निवास करने वाली माता विंध्यवासिनी का धाम मणिद्वीप के नाम से विख्यात मानी जाती है | माँ के धाम में दर्शन पूजन करने से भक्तो की सारी मनोकामनाए पूरी होती है | विंध्य पर्वत की विशाल श्रृंखला विन्ध्याचल में ही पतित पावनी गंगा को स्पर्श करती है | ऐशान्य कोण को धर्म का स्थान माना जाता है । धर्म स्थल पर विराजमान माता विंध्यवासिनी अपने चार रूपों में चारो दिशाओं की ओर मुंह करके अपने चार रूपों में भक्तो का कल्याण कर रही है
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आदिशक्ति माता विंध्यवासिनी अपने पूरे शरीर के साथ विराजमान है। जबकि देश के अन्य शक्तिपीठो में सती के शरीर का एक - एक अंग गिरा है | देश के तमाम स्थानों पर शक्तिपीठ है तो विन्ध्याचल सिद्धपीठ के नाम से जाना जाता है | यहा माता अपने चार रूप महालक्ष्मी, महाकाली, महासरस्वती एवं माँ तारा के रूपों में श्रीयंत्र पर विराजमान होकर दर्शन देती है |