Mirzapur News: वन दरोगा पर बेघर किए जाने का आरोप, महिलाओं ने लगाई इंसाफ़ की गुहार

वन विभाग के अधिकारी पर घर तोड़ने करने का आरोप, महिलाओं ने लगाई न्याय की गुहार।

 
IMAGE: BHASKAR

महिला ने लगाई न्याय की गुहार।

मिर्ज़ापुर, Digital Desk: मिर्ज़ापुर (Mirzapur) के जिलाधिकारी कार्यालय पर अहरौरा थाना क्षेत्र के छातो हिनौता गाने से परिवार के साथ पहुंची महिलाओं ने वन दरोगा (Forest Officer) पर बेघर किए जाने का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई, महिलाओं ने अधिकारी पर आरोप लगाया है कि उनके कच्चे मकान के चद्दर को क्षतिग्रस्त कर उनका आशियाना उजाड़ दिया गया है। वन विभाग के प्रभागीय वनाधिकारी पीएस त्रिपाठी ने बताया कि वन क्षेत्र की जमीन पर लोग छप्पर डालकर कब्जा (UNAUTHORISED LAND AQUISATION) करने का प्रयास करते हैं।

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क्षेत्र में किसी भी प्रकार का अतिक्रमण रोकने के लिए वन दरोगा ने नियमानुसार कार्रवाई की है। बताया गया है कि राजस्व कर्मियों की मिली भगत से हजारों बीघा वन विभाग (FOREST INSPECTOR) की जमीन को दूसरे के नाम दर्ज करवा दिया गया है। इसमें से वाराणसी जनपद के किसी कृष्ण मोहन अस्थाना के नाम हजारों बीघा जमीन चढ़ा दिया गया है।

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मामला संज्ञान में आने के बाद जमीन मुक्त कराने की कार्रवाई की गई है। ग्राम छातों के आराजी संख्या 81/1 रकबा 510 बीघा 11 बिस्वा, 83/1 रकबा 1411 बीघा 17 बिस्वा, 64/1 रकबा 266 बीघा 19 बिस्वा पर दर्ज अस्थाना परिवार के खिलाफ हाईकोर्ट से वन विभाग ने स्थगन आदेश प्राप्त किया है।

जिला प्रशासन को सौंपे गए पत्रक में कहा गया है कि, अहरौरा थाना क्षेत्र के छात्र हिनौता गांव में वाराणसी (VARANASI) निवासी रवि अस्थाना की जमीन हैं। वह कई पीढ़ी से उनके यहां मजदूरी करते आ रहे हैं। करीब 25 वर्षों से उनकी जमीन पर खेती करते हैं। 6 मार्च को वन विभाग के दरोगा और वाचर ने आधा दर्जन अज्ञात लोगों के साथ जेसीबी लेकर पहुंचे। खेत में खड़ी फसल को रौंद दिया गया।

इतना ही नहीं घर की छप्पर भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस जमीन पर हाईकोर्ट में मामला लम्बित होने के साथ ही स्थगन आदेश भी है। इस खेल में मुख्य भूमिका निभाने वाले तहसील के राजस्व कर्मी किनारे होकर तमाशा देख रहे हैं। जबकि वन विभाग अपनी सम्पत्ति के लिए लड़ रहा है। सस्ते दाम में हजारों बीघा जमीन अपने नाम कराने के बाद लोगों को बेंच भी दिया गया है। इस खेल से जिला प्रशासन हलकान हैं।