अनुप्रिया पटेल का घर का विवाद पहुंचा कोर्ट, संपत्ति को लेकर छोटी बहन अमन पटेल ने की वसीयत रद्द करने की माँग

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहनों का संपत्ति विवाद हाईकोर्ट पहुंच गया है। जिसमें छोटी बहन अमन पटेल ने ट्रस्ट की वसीयत पर सवाल उठाए है।

 
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सालों से चल रहा है विवाद।

मिर्ज़ापुर, Digital Desk: केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहनों के बीच विवाद तब शुरू हुआ, जब उनके पिता सोनेलाल पटेल का निधन हुआ था। जहां अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल यह मानती है कि, पिता की संपत्ति में उनका भी हक है। वहीं उनकी माता का यह कहना है कि, वह अपने पति की संपत्ति की एकलौती वारिस है। इसी बात को लेकर सालों से इनके बीच में विवाद चल रहा है। यह विवाद पहले मीडिया में उछाला गया और अब कोर्ट तक पहुंच गया है।

छोटी बहन अमन पटेल का दावा:

छोटी बहना अमन पटेल का कहना है कि परिवार की सारी संपत्ति का हक़ माँ और उनका है। दरअसल अपना दल के अध्यक्ष सोनेलाल पटेल की मृत्यु के बाद इनके परिवार में विवाद शुरू हुआ था। पिता की मृत्यु के बाद अनुप्रिया पार्टी से अलग हो गई और अपना अलग दल शुरू कर लिया था। जिसके बाद उनकी दूसरी बेटी और माता के बीच संपत्ति को लेकर विवाद शुरू हो गया था। माता का यह कहना है कि पल्लवी ने संपत्ति की वसीयत पर जबरदस्ती अपना नाम चढ़ावा लिया था। जबकि माता का यह कहना है कि, पति की पूरी संपत्ति में उनका हक है और किसी का नहीं। माता ने पल्लवी पर यह आरोप लगाया था कि, उनके और उनके पति ने सोनेलाल पटेल यानी कि कृष्णा पटेल के पति की वसीयत में छेड़खानी की है। इस बात को लेकर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। 7 नवंबर 2021 को इन दोनों के बीच  समझौता हुआ था। जिसमें यह तय हुआ कि उनकी मां कृष्णा पटेल वसीयत रद्द करवा देंगी। 1 माह से अधिक होने के बाद जब माँ ने वसीयत रद्द नहीं कराई तो उन्हें मजबूरन कोर्ट में जाना पड़ा। अमन के मुताबिक पल्लवी से मां को जान का खतरा है।

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वसीयत रद्द करने की माँग:

अमन पटेल के मुताबिक पल्लवी से मां को जान का खतरा है। जिसके लिए उन्होंने डीजीपी को पत्र भी लिखा था। उन्होंने तथ्यों के आधार पर वसीयत को अवैध घोषित करने की मांग की है एवं पल्लवी को ट्रस्ट पर हस्तक्षेप करने से रोकना, वित्तीय संचालन और पावर ऑफ अटॉर्नी करने से रोकने की मांग न्यायालय के सामने की गई है। इस विषय पर कोई भी निर्णय देने से पहले कोर्ट ने दूसरे पक्ष को सुनने की बात कही है और स्टे देने से फिलहाल इनकार कर दिया है। न्यायालय ने कृष्णा पटेल और पल्लवी पटेल को नोटिस जारी कर अपना पक्ष सामने रखने का निर्देश दिया है।