HAPPY TEACHER'S DAY: भारत के ऐसे महान शिक्षक जिन्होंने बदला इतिहास

नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क: प्रत्येक के जीवन शिक्षक की अहम भुमिका होती है, इसलिए तो शिक्षक को भगवान से भी उंचा दर्जा दिया गया है। शिक्षक ही जीवन का एकमात्र ऐसा व्यक्ति होता है लोगों को सही और गलत की पहचान करा कर सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। हमारे देश में ऐसे-ऐसे शिक्षकों ने जन्म लिया, जिन्होंने भारत का इतिहास बदल कर रख दिया।
ये वे शिक्षक थे, जिन्हें देश कभी न भुला सकेगा। बल्कि उनके कदमों के निशान सदैव नयी पीढ़ी के मार्ग में मील का पत्थर साबित होंगे। उन शिक्षकों की जीवन- शैली हमें एक दीपक की भांति अंधेरों से लड़ना सिखायेगी।
कौटिल्य-
वह इतिहास पलट कर रख देने वाले शिक्षक, जिनके दिखाए गए मार्ग पर चलकर, उनके शिष्य चंद्रगुप्त मौर्य एक साधारण व्यक्ति से पाटलिपुत्र के राजा के सिंहासन तक पहुंच गये। कौटिल्य को चाणक्य और विष्णु गुप्त के नाम से भी जाना जाता है। वे तक्षशिला विश्वविद्यालय की आन, बान और शान थे।
सावित्रीबाई फुले-
देश की महिलाओं के उत्थान के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाली सावित्री बाई फुले भारत के प्रथम बालिका विद्यालय की प्रिंसिपल थीं। उनके द्वारा मराठी भाषा में लिखी गई रचनाओं में नारी के हृदय का दर्द दिखाई देता है।
डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन-
यह वे शिक्षक हैं जिनकी स्मृति में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। अभावों में पैदा होने वाले डॉ. राधाकृष्णन के अटूट आत्मविश्वास ने उन्हें भारत के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद पर बैठा दिया। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति और दर्शन को आजीवन आगे ले जाने में लगे रहे। जिसके लिये उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम-
परमाणु विज्ञान की दुनिया में क्रांति की मशाल जलाने वाले मिसाइल मैन डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम आजाद भारत के 11 वें राष्ट्रपति थे। पेशे से वह भी एक शिक्षक थे, जिन्होंने देश को सशक्त बनाने में बढ़-चढ़कर अपना योगदान दिया।
लेखक- शरद कुमार वर्मा