Mirzapur News: कुष्ठ अभियान के दौरान पाये गये 5 मरीज

अभियान के दौरान टीम ने 457 संभावित मरीजों को चिन्हित किया और जांच के बाद 10 मरीज निकले
 
कुष्ठ अभियान
कुष्ठ जागरूकता अभियान जिले में 30 जनवरी से 13 फरवरी तक चला


मिर्ज़ापुर, Digital Desk: जनपद में 30 जनवरी से 13 फरवरी तक चले राष्ट्रीय कुष्ठ अभियान के दौरान मिले 5 कुष्ठ रोगियों का उपचार शुरू हो चुका है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद ने एक बैठक के दौरान बताया कि जिले में 589 गांव में कुष्ठ अभियान चलाया गया। इस दौरान स्वास्थ्य टीम ने घर-घर जाकर हाथ, पैर, चेहरे, नसों व त्वचा जांच की गई। साथ ही रोग को लेकर भी लोगों को जागरूक करने का कार्य किया। कुष्ठ जागरूकता अभियान जिले में 30 जनवरी से 13 फरवरी तक चला, अभियान के दौरान टीम ने 457 संभावित मरीजों को चिन्हित किया और जांच के बाद 10 मरीज निकले। इसमें 3 असंक्रामक और 2 संक्रामक रोगी शामिल है, विभाग की ओर से मरीजों का इलाज तत्काल शुरू हो गया है।


अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर ए0के0 राय ने बताया कि अभियान के दौरान स्वास्थ्य की टीम ने कोविड के नियमों का पालन करते हुए डोर-टू-डोर जांच किया। इसके साथ ही रोग के प्रति भी लोगों से परामर्श किया, कुष्ठ रोग छुआछूत की बीमारी नहीं है। यह एक साथ खाने पीनेए उठने बैठने तथा सोने और हाथ के मिलाने से नही फैलता है। यह बीमारी मुख्य रूप से त्वचा व कोशिकाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है, उसके बाद धीरे धीरे बढ़ने लगता है। यह बीमारी किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है, यह बीमारी लगातार दवा का सेवन के बाद नियन्त्रित किया जा सकता है।


भौतिक चिकित्सक सुशील त्रिपाठी  ने बताया कि शरीर पर दागए हथेली या पैर के तलवों में सुन्नता नसों में सूजनए हाथए पैरए आंख में कमजोरीए चोट में दर्द न होना यह कुष्ठ रोग के मुख्य लक्षण है। यदि किसी के शरीर पर दाग अथवा धब्बे हो तो उसकी जांच बिना देर किये नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर अवश्य करावें। बीमारी को नियन्त्रित करने में 06 माह से एक वर्ष का समय लग जाता है।

विकास तिवारी, संवाददाता