Mirzapur News: उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉक्टरों को सीएमओ ने किया पुरस्कृत

जिले में अप्रैल से अब तक 24 बच्चों का हुआ निःशुल्क उपचार
 
उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉक्टरों

सीफार संस्था के जिला प्रतिनिधि को भी किया गया पुरस्कृत

मिर्जापुर, Digital Desk: राष्ट्रीय बाल किशोर कार्यक्रम के तहत कार्य करने वाले डॉक्टरों को बुधवार को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय स्थित विवेकानन्द सभागार में पुरस्कृत किया। इस आशय की जानकारी कार्यक्रम के प्रबन्धक राकेश तिवारी ने दी।

आरबीएसके के प्रबन्धक राकेश तिवारी ने बताया कि अप्रैल से लेकर अब तक गुरूसण्डी में 13, लालगंज में 7, कछवां में 6, पड़री में 5, विजयपुर में चार, चील्ह में 5, छानबे 3 जमालपुर 3, चुनार 2, राजगढ़ 1, सीखड़ 1 व पटेहरा में 1 बच्चों को आपरेशन किया गया। इन आपरेशन में डॉक्टर हिमांशु, धर्मेन्द्र, रवि सिंह, आशुतोष उपाध्याय व सुनील को उनके उत्कृष्ट कार्य करने के लिए स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया है।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आरबीएसके के तहत जन्मजात विकृति से जूझ रहे बच्चों का मुफ्त उपचार कराकर उनके जीवन को खुशियों से भरने का काम किया जा रहा है द्य इस साल अप्रैल से अब तक जिले के करीब 24 बच्चों को आरबीएसके के तहत मुफ्त इलाज मिल चुका है द्य  इसी क्रम में पिछले अपै्रल माह  में जिले के दो  बच्चों  व जुलाई माह में एक का अलीगढ़ स्थित चिकित्सालय में  दिल यहृदयद्ध के छेद की  निःशुल्क सर्जरी कराई गई  व  मूक बधिर  छह वर्षीया  बालिका का कानपुर में आपरेशन कराया  गया। 

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि जिले के 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रोंए 44 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के अलावा 326 उप केंद्रों पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत लगातार बच्चों को चिन्हित कर  उपचार कराया जा रहा है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत ऐसे बच्चों का उपचार बिल्कुल मुफ्त  कराया जाता है।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम के डाक्टर हिमांशु चतुर्वेदी ने सरकारी खर्च  पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय अप्रैल में एक बच्चे व जुलाई माह में एक बालिका मनोरमा 06 वर्ष लड़की का दिल के छेद का निःशुल्क उपचार कराया गया है जो इसी माह घर भी लौट आयी है और अब बच्चे बिल्कुल स्वस्थ हैं  और अच्छे ढंग से खेल कूद रहे हैं।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल अधिकारी डॉक्टर बैजनाथ यादव ने कहा कि इन डॉक्टरों की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। यह सभी चिकित्सक दिन रात काम करके बच्चों का जीवन संवार रहे हैं। मण्डलीय चिकित्सालय से लेकर ग्रामीण स्तर तक बैनर लगाने के साथ ही टीम की ओर से लगातार घर-घर व केन्द्र पर आने वाले लोगों को जागरूक कर रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग लोगों से लगातार अपील कर रहा है कि यदि किसी बच्चे को जन्मजात विकृति है तो वह राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत निःशुल्क उपचार करा सकता है। उन्होंने कहा कि सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था स्वास्थ्य के विभिन्न मुद्दों की खबरों के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर रही है। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है। इस मौके पर सीफार के जिला समन्वयक विकास तिवारी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया है।

 

विकास तिवारी, संवाददाता