Mirzapur News: ‘जनजातीय संग्रहालय’ की स्थापना हेतु प्रक्रिया हुई तेज, यूपी सरकार ने केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय को लिखा पत्र

मिर्ज़ापुर, Digital Desk: केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री एवं जनपद की लोकप्रिय सांसद अनुप्रिया पटेल (Central Minister Anupriya patel) के विशेष अनुरोध पर जनपद में ‘जनजातीय संग्रहालय’ की स्थापना के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रक्रिया तेज कर दी है। जनपद में ‘जनजातीय संग्रहालय’ के निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव ने केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार को पत्र लिखकर अनुदान देने का अनुरोध किया है। जनपद के मड़िहान क्षेत्र के अंतर्गत अतरौलिया पांडेय गांव में संग्रहालय के निर्माण हेतु जमीन चिन्हित हो चुकी है।
जनपद में ‘जनजातीय संग्रहालय’ की स्थापना हेतु केंद्रीय मंत्री पटेल पिछले दो सालों से निरंतर प्रयासरत हैं। सबसे पहले उन्होंने 2021 में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर जनपद में ‘जनजातीय संग्रहालय’ की स्थापना की मांग की थी। पिछले साल ‘जनजातीय गौरव दिवस’ की पूर्व संध्या 14 नवंबर 2022 को पटेल ने मिर्ज़ापुर में ‘जनजाति संग्रहालय’ (Tribal Museum) की स्थापना संबंधी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कराकर भारत सरकार को भेजने हेतु उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह को पत्र लिखकर अनुरोध किया था। इससे पहले अनुप्रिया पटेल द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को इस बाबत 5 मई 2022 को एक प्रस्ताव भेजा गया था।
Anupriya Patel ने पत्र के माध्यम से कहा था कि "आदिवासी जनसमुदाय के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के प्रति कृतज्ञता की अभिव्यक्ति स्वरूप ‘जनजातीय संग्रहालयों’ के निर्माण का निर्णय लिया जाना सराहनीय कदम है"।
मिर्ज़ापुर में काफी तादाद में निवास करता है आदिवासी समाज:
मिर्ज़ापुर जनपद में कोल, बियार, गोंड आदि आदिवासी समुदाय काफी तादाद में निवास करता है। केंद्रीय मंत्री पटेल ने जनजातीय संग्रहालय के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों और जनजातियों के परंपरागत रीति-रिवाजों, रहन-सहन, खान-पान, पूजा-अनुष्ठान, नृत्यकला व वाद्य यंत्रों के प्रदर्शन द्वारा आदिवासी समुदायों की सांस्कृतिक विरासत को सहेजकर रखने के उद्देश्य से मिर्ज़ापुर जनजातीय संग्रहालय की स्थापना के लिए 5 मई 2022 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक प्रस्ताव भेजा था। बता दें कि जनपद में ‘जनजातीय संग्रहालय’ की स्थापना हेतु 22 दिसंबर 2021 को तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा मड़िहान में 4046 हेक्टेयर भूमि आवंटित की जा चुकी है।
विकास तिवारी, संवाददाता