अब कैंसर का भी होगा बेहतर इलाज, मिर्ज़ापुर की बेटी ने खोज निकाला नायाब उपचार

मिर्ज़ापुर : कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिससे अगर कोई पीड़ित हुआ तो उसका बचना संभव नही है और अगर बच भी गए तो उसके इतने दुष्प्रभाव है जिसका अंदाजा लगावा बेहद दर्दनाक. इस बीमारी का ईलाज कराते-कराते कभी कभी लोग कंगाल हो जाते है फिर भी वे जिंदगी बचानें में नाकामयाब होते है। अकसर ऐसा देखा भी गया है कि कैंसर से ठीक होनें के बाद दोबारा व्यक्ति इससे पीड़ित हो जाता है और उसकी मौत निश्चित होती है।
वैसे तो कैंसर के कई ईलाज अब देश में मौजुद है जैसे कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी और सर्जरी आदि। लेकिन इनके बाद भी कई बार या तो कैंसर मरीज बचते नही है और अगर बचते है तो इसके कई दुष्प्रभाव होते है जैसे कैंसर से प्रभावित एरिया को या तो निकाल दिया जाता है इसके ईलाज के बाद गंजेपन जैसी शिकायत होती है।
लेकिन यूपी के मिर्ज़ापुर की बेटी ने अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स में कैंसर पर कई शोध किए जिसके बाद उसने एक ऐसा उपचार निकाला है जो मात्र कैंसर में ही नहीं बल्कि कई बीमारियों के लिए प्रयोग किया जा सकता है। जी हां मिर्ज़ापुर की खुशबू सिंह ने अपने नए शोध में कैंसर रोगियों को बचाने के लिए एक नैनो पार्टिकल का निर्माण किया है, जो कैंसर के अलावा भी कई बीमारियों के उपचार में काम आएगा।
वैज्ञानिक डॉक्टर खुशबू ने अमेरिका में किए गए शोध के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है कि प्रोटीन का नैनो पार्टिकल कीमोथेरेपी के दुष्प्रभाव से बचाएगा।
खुशबू सिंह मिर्ज़ापुर के अदलहाट इलाके के श्रुतिहार गांव के विनोद सिंह की बेटी है। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स से एक सप्ताह पहले ही उन्होंने अपना शोध पूरा किया है। खुशबू सिंह ने बताया कि कैंसर के इलाज में कीमोथेरेपी करना पड़ता है, लेकिन कीमोथेरेपी का असर मरीजों पर साफ दिखाई देता है, कुछ मरीजों को उल्टी की शिकायत होती है तो कुछ लोगों के सिर के बाल झड़ जाते हैं।
कीमोथेरेपी के इन दुष्प्रभाव से प्रोटीन का नैनो पार्टिकल बचाएगा। खुशबू ने बताया कि कीमोथेरेपी कराने वाले मरीजों को प्रोटीन का नैनो पार्टिकल दिया जाता है। यह शरीर में प्रवेश करते ही केवल कैंसर प्रभावित सेल पर ही चिपकता है और अन्य सेल को सुरक्षित रखता है। इस विधि से कैंसर पीड़ित मरीज के मजबूत सेल भी सुरक्षित रहते हैं। प्रोटीन का नैनो पार्टिकल से इलाज करने से मरीजों को कैंसर से जल्द निजात मिलती है।
सबसे बड़ी बात यह है कि प्रोटीन का नैनो पार्टिकल पीढ़ी दर पीढ़ी रोगियों के उपचार में भी कारगर है। इस पर कई तरह की आनुवंशिक रोगों के इलाज के लिए भी शोध किया जा चुका है। डॉक्टर खुशबू सिंह ने बताया कि वैसे तो इसका उपयोग अभी केवल कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए ही किया जा रहा है, लेकिन भविष्य में इसका दायरा और बढ़ाकर आनुवंशिक रोगों के इलाज के लिए भी उपयोग किया जाएगा।
बता दें कि विश्व की सबसे आधुनिक लेवल इंटेक्स सेंटियागो में करीब 5 वर्ष के अध्ययन के बाद खुशबू ने प्रोटीन का नैनो पार्टिकल्स खोजने में सफलता प्राप्त की है और इस शोध पर उन्हें अमेरिका के मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय ने 2 करोड़ 25 लाख रुपए की स्कॉलरशिप भी दी है।
रिपोर्ट- रवि यादव, जिला संवाददाता
मिर्ज़ापुर ऑफिशियल