Mirzapur News: जिले में पेयजल संकट दूर करने पर सख़्त हुईं अनुप्रिया पटेल

पेयजल की समस्या के निराकरण हेतु संवदेनशीलता दिखाये अधिकारी -अनुप्रिया पटेल
 
anupriya patel
गर्मी के दिनों में सोन पम्प कैनाल 180 क्यूसेक पानी बारिश होने तक अनवरत नहर चलाने का निर्देश

मिर्ज़ापुर, Digital Desk: केन्द्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य और उद्योग अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) एवं प्रदेश के मंत्री प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बाट माप विभाग आशीष पटेल (Ashish Singh Patel) ने संयुक्त रूप से गर्मी के दिनों में जनपद के विभिन्न क्षेत्रो में में होने वाले पेयजल की समस्या को गम्भीरता से लेते हुये मण्डलायुक्त डाॅ मुथुकुमार स्वामी बी0, प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस एवं सिचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर आने वाली पेयल समस्या के समाधान के लिये आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। बैठक में वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी सोनभद्र भी शामिल रहें।

केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि पिछले दिनों जनपद के विभिन्न क्षेत्रो में भ्रमण के दौरान ग्रामीणाों के द्वारा गर्मी के दिनों में पेयजल संकट की समस्या का मुद्दा उठाया गया। मानक के अनुसार बारिश न होने के कारण गर्मी के दिनों में यह समस्या और बढ़ सकती हैं। उन्होने कहा कि समस्या के समाधान के लिये मण्डलायुक्त के साथ सिचाई विभाग एवं जल निगम के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर समस्या निदान के लिये चर्चा की गयी। उन्होने कहा कि बैठक में पेयजल एवं सिचाई के संकट से निपटने के लिये विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। उन्होने कहा कि आने वाली समस्या के त्वरित निराकरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया हैं। इसके अतिरिक्त आगे से पेयजल एवं सिचाई के लिये अस्थायी समाधान के लिये विचार विमर्श कर मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन भी किया गया। जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा लोगो से सुझाव लेकर एक वृहद कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया ताकि भविष्य में पेयजल/सिचाई की समस्या का समाधान स्थायी तैार पर किया जा सकता हैं।

उन्होने कहा कि विशेष कर हमारे जनपद के चार विकास खण्ड मुख्यतः हलिया, राजगढ़, पटेहरा एवं लालगंज मुख्य रूप से प्रभावित होते हैं। आने वाले समय में इसका स्थायी समाधान निकाला जा सकें। इस सम्बन्ध में विस्तृत कार्य योजना बनाने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया। उन्होने कहा कि पेयजल एवं सिचाई समस्या के समाधान के लिये सम्बन्धित विभागीय अधिकारी अपनी संवेदनशीलता दिखाये तथा गम्भीर होकर कार्य करें। मंत्री ने सोनभद्र में स्थापित सोन पम्प कैनाल की क्षमता वृद्धि की कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत किया जाय ताकि जनपद सोनभद्र के साथ-साथ मिर्ज़ापुर में भी सिचाई व पेयजल के संकट का समाधान हो सकें। सोन पम्प कैनाल के सम्बन्ध में अधीक्षण अभियन्ता सिचाई के द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में 300 क्यूसेक क्षमता हैं, जिसे 05 मोटर के द्वारा चलाया जाता है परन्तु एक ट्रांसफार्मर के जल जाने से पूरी क्षमता से कैनाल को नही चल रहा हैं। वर्तमान में 03 मोटर क्रियाशील हैं। उन्होने बताया कि 10 एमबीए के ट्रांसफार्मर के लिये प्रस्ताव बनाकर बजट की मांग के लिये शासन को भेजा गया हैं। यह ट्रांसफार्मर मिल जाने से सोन पम्प कैनाल पूरी क्षमता से चालू किया जा सकेगा। वर्तमान में 02 ट्रांसफार्मर क्रियाशील हैं।

Anupriya Patel Mirzapur

मंत्री प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बाट माप आशीष पटेल ने सोन पम्प कैनाल को चलाने के एवं ट्रांसफार्मर की उपलब्धतता के लिये शासन स्तर पर लम्बित पत्रावली को आगे बढ़ाने का आश्वासन देेते हुये कहा कि अधिकारी अपने कार्य क्षमता को पाजिटव दिशा में कार्य करें धन की कमी नही होने दी जायेगी। गर्मी के दिनों में पेयजल संकट के समाधान तथ वाटर लेबिल ऊपर लाने के दृष्टिगत मंत्री को विभागीय अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि फसल कटने के उपरान्त 180 क्यूसेक पानी सोन पम्प कैनाल से छोड़े जाने से नहरो में टेल तक पानी पहुॅंचाया जा सकता हैं। मंत्री ने निर्देशित करते हुये कहा कि 180 क्यूसेक पानी गर्मी के दिनों जब तक बारिश न हो जाये नियमित चलाया इससे वाटर लेबिल भी बरकरार रहेगा और हैण्डपम्प भी संचालित रहेंगे। मंत्री द्वारा अधिशासी अभियन्ता सिचाई नहर प्रखण्ड श्री वैभव सिंह को कड़ी फटकार लगाते हुये निर्देशित किया कि अपनी कार्यशैली में सुधार लाये अन्यथा कार्यवाही के लिये बाध्य होना पड़ेगा। उन्होने कहा कि इनके बारे में काफी लापरवाही बरतने की शिकायते प्राप्त हो रही हैं। उन्होने कहा कि पेयजल व सिचाई संकट स्थायी समाधान के लिये ठोस कार्य योजना बनाकर उपलब्घ कराया जाय कार्य योजना शासन स्तर पर स्वीकृत कराने के साथ धन की उपलब्घता करायी जायेगी।

सोन पम्प कैनाल के मरम्मत आदि कार्य के लिये जुलाई माह में प्राप्त 12 करोड़ रूपये से कौन से कार्य कहाँ कराये गये है मण्डलायुक्त को जांच का निर्देश दिया गया। मण्डलायुक्त ने कहा कि बिना डिजाइन व मानक के अनुसार कार्य कराये जाने पर यदि दोषी पाया जाता है तो वसूली की भी कार्यवाही की जायेगी। मंत्री आशीष पटेल ने निर्देशित करते हुये कहा कि उनके एमएलसी मद से 100 हैण्ड पम्प लगवाने हेतु दिये गये थें जो हैण्डपम्प लगाये जाय उसे पानी की उपलब्धता की गहराई बोरिंग करते हुये लगाया जाय ताकि पानी उपलब्ध हो सकें। सिरसी बांध के सम्बन्ध में मंत्री को बताया गया कि 3.24 मीटर पानी उपलब्ध है जो 12 दिन तक नहरो में संचालित किया जा सकता है परन्तु 05 दिन चलाने के उपरान्त शेष पानी को गर्मी के दिनों में तालाब पोखरे आदि भरने के लिये रोका जायेगा। मंत्री ने कहा कि रोस्टर बनाकर 05 दिन तक नहर चलाया जाय ताकि किसान अपनी फसलों की सिचाई कर सकें। बाण सागर परियोजना घनरौल बंधा में 04 दिन का पानी उपलब्ध पाया गया। मंत्री ने मण्डलायुक्त से कहा कि अपने स्तर से भी अधिकारियों के साथ बैठक कर पेयजल समस्या का समाधान कराये। बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त सुरेश चन्द्र मिश्र, जिला अध्यक्ष भाजपा बृज भूषण सिंह व अपना दल इंजीनियर राम लौटन बिन्द, हरि शंकर सिंह, उदय पटेल, के अलावा सिचाई विभाग एवं जल निगम के सभी अधिकारी उपस्थित रहें।

रिपोर्ट- रवि यादव, जिला संवाददाता
मिर्ज़ापुर ऑफिशियल