Social Chakallas: मकर संक्रांति के पर्व पर बनारस में हनुमान अवतार बंदर ने जमकर की पतंगबाजी, वायरल हुआ वीडियो

मकर संक्रांति(Makar Sankranti) के दिन एक वीडियो बड़ा तेजी से वायरल हुआ, जिसमें बंदर पतंग उड़ाते हुए नजर आया।

 
image: tv9 bharatvarsh

बंदर ने छत से उड़ाई पतंग(monkey flies kite)

उत्तर प्रदेश, Digital Desk: समुचित देशवासियों ने 14 जनवरी और 15 जनवरी को मकर संक्रांति का त्यौहार धूमधाम से मनाया। खास बात यह थी कि 16 जनवरी को रविवार पड़ गया जिसके बाद 16 जनवरी को भी पूरे विश्व भर में लोगों ने पतंगबाजी का लुफ्त उठाया। मकर संक्रांति के दिन गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में गजब की पतंगबाजी देखने को मिलती है। लोग इस दिन को इतना खास मानते हैं कि, काम से छुट्टी लेकर सुबह से जो छत पर चढ़ जाते हैं, तो शाम को ही उतरते हैं, वह भी अंधेरा होने पर।

खास बात यह है कि इस बार मकर संक्रांति(Makar Sankranti) में पतंगबाज़ी का लुफ्त केवल इंसानों ने नहीं बल्कि बंदरों ने भी उठाया। बिल्कुल सही पढ़ा आपने, सोशल मीडिया पर इन दिनों एक बंदर का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वह पतंग उड़ाते हुए नजर आ रहा है। यह वीडियो बनारस का है, लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि यह वीडियो जयपुर का है। जहां पर एक बंदर छत पर पतंग उड़ाते हुए नजर आ रहा है।

पूरी बात:

वायरल वीडियो(viral video) में आप देख सकते हैं कि एक बन्दर छत की टंकी पर बैठा हुआ है और हाथ में पतंग(kite) की डोरी है, मांझा पकड़ कर वह पतंग उड़ा रहा है। दरअसल पतंग कटी तो पतंग की डोरी उसके हाथ में आ गई और फिर क्या था, बंदर ने भी पतंग उड़ाना शुरू कर दिया। वह पतंग को खींचने लगा और उसे मजा आने लगा। आसमान में कई सारी पतंग उड़ रही थी, तो उसने भी पतंग उड़ाना शुरू कर दिया और पतंग को अपनी तरफ खींचा फिर बाद में उसे फाड़ दिया।


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह घटना इतनी खास इसलिए है। क्योंकि मकर संक्रांति के दिन पहली बार भगवान श्रीराम ने पतंग उड़ाई थी। इसको लेकर एक अनोखी कथा भी प्रचलित है। कथा के अनुसार मकर संक्रांति के दिन भगवान राम ने पतंग उड़ाई थी। लेकिन वह पतंग उड़कर इंद्रलोक चली गई, इसके बाद इंद्रलोक में इंद्र के पुत्र जयंत को पतंग मिली और उसने वह पतंग अपनी पत्नी को दे दी थी।

इसके बाद भगवान राम ने हनुमान जी को वह पतंग इंद्रलोक से वापस लाने के लिए कहा था। जब हनुमान जी इंद्रलोक पहुंचे तो जयंत की पत्नी ने कहा कि, पहले भगवान श्री राम जी के दर्शन कराओ। इस पर हनुमान जी ने भगवान राम को पूरी बात बताई, तब श्री राम बोले कि वह चित्रकूट में उनके दर्शन कर सकती हैं। हनुमान जी ने  जब यह संदेश ने दिया तो उन्होंने श्री राम की पतंग लौटा दी। इसके बाद से ही मकर संक्रांति में पतंग उड़ाने की परंपरा शुरू हो गई थी।