ज्वेलरी का काम कर रहे व्यापारियों के घर बनारस से आयकर विभाग की टीम को मिली बड़ी सफलता, 50 करोड़ से भी ज्यादा मिली संपत्ति

कीर्ति कुंज ग्रुप ऑफ कंपनी और गहना कोठी ज्वेलर्स के यहां बनारस से आई हुई आयकर विभाग की टीम को बड़ी सफलता मिली। तीन दिन तक हुई छापेमारी के बाद बुधवार देर रात को इनके घर कुल 50 करोड़ की संपत्ति आय से अधिक पाई गई।

 
IMAGE: BUSINESS STANDARD
भारी संख्या में पुलिस बल के साथ आयकर विभाग की टीम वाराणसी एवं राजेश सिंह के नेतृत्व में आई थी, फिलहाल टीम ब्यौरा देने से इंकार कर रही है।

उत्तर प्रदेश, Digital Desk: कीर्ति कुंज ग्रुप ऑफ कंपनी और गहना कोठी ज्वेलर्स के यहां बनारस (Varanasi) से आई आयकर विभाग (IT Raid In Jaunpur) की टीम को एक बड़ी सफलता हाथ लगी तीन दिन तक हुई। जांच पड़ताल के बाद बुधवार देर रात सहायक आयकर (It Raid) निर्देशक जांच राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में इस प्रतिक्रिया को पूरा किया गया। गुरुवार शाम आयकर अधिकारी ने बताया कि, दोनों कारोबारियों के छह प्रतिष्ठान से मिले कागजात नगदी और अन्य स्टाफ में कुल 50 करोड़ की संपत्ति इनकम से अधिक पाई गई। इसके बाद इनका पूरा आकलन करने में अभी 2 से 3 दिन का समय और लगेगा।

विस्तार:

जानकारी के अनुसार सबसे अधिक संपत्ति फॉर्म मालिकों ने जमीन, कंस्ट्रक्शन और मैरिज लॉन के ज़रिए किया, जिसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। अधिकारियों के मुताबिक मैरिज लॉन में असीमित रुपए निवेश किए गए हैं। इसके अलावा घर में ज्यादा मात्रा में आभूषण भी प्राप्त हुए। कैश के मामले में भी आयकर विभाग (IT RAID IN UTTAR PRADESH) की टीम को एक बड़ी मात्रा हाथ लगी, साथ ही अलग-अलग गणना की जाएगी। इसके बाद यह तय किया जा सकेगा कि किस-किस प्रतिष्ठान से कितना आय से अधिक संपत्ति प्राप्त की गई है।

यह भी पढ़े: SSC CHSL JOB 2022: 12वीं पास उम्मीदवारों के लिए एसएससी में नौकरी करने का सुनहरा मौका, जानिए योग्यता सहित सभी जानकारी

सोमवार की सुबह 7:00 बजे से जौनपुर शहर को दो प्रमुख सराफा कारोबारियों के प्रतिष्ठानों एवं घर में चल रही आयकर विभाग की जांच बुधवार को भी जारी रही और बाद में यह संपन्न हुई। आयकर टीम लेनदेन के दस्तावेजों को खंगालने के साथ कुछ दस्तावेजों को कब्जे में ले चुकी है। इसके साथ ही व्यवसायियों से पूछताछ कर रही है, जांच को लेकर अब अन्य कारोबारी भी डरे हुए नजर आ रहे हैं। भारी संख्या में पुलिस बल के साथ आयकर विभाग की टीम वाराणसी एवं राजेश सिंह के नेतृत्व में आई थी, फिलहाल टीम ब्यौरा देने से इंकार कर रही है।