गैरबिरादरी को लेकर एक अजीब किस्सा, गैरबिरादरी में शादी करना अधेड़ को पड़ा भारी, घरवालों ने अंतिम संस्कार तक नहीं किया
सोनभद्र के व्यक्ति रामलगन ने गैरबिरादरी में शादी की थी, जिससे उसके घरवाले नाराज़ हो गए थे।

घरवालों ने नहीं किया देह संस्कार।
Sonbhadra, Digital Desk: सोनभद्र से एक गैरबिरादरी का किस्सा सामने आया। गैरबिरादरी और धर्म के किस्से आज तक खत्म नहीं हुआ एवं इसी कारण दबाव में कई सारे लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है या यह चर्चा का विषय बन जाता है। ऐसा ही कुछ सोनभद्र में रहने वाले रामलगन के साथ हुआ, रामलगन ने गैरबिरादरी में जाकर एक महिला से शादी करली।उसके घर वाले उसकी खिलाफ हो गए और उसका अंतिम संस्कार करने से भी मना कर दिया।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला सोनभद्र का है जहां रामलगन नाम के व्यक्ति ने दो शादियां की थी। रामलगन संतलाल का पुत्र था, जिसकी उम्र 48 वर्ष की थी। पहली शादी तो मां बाप के इच्छा अनुसार हुई थी। लेकिन पहली पत्नी के जाने के बाद रामलगन ने दूसरी पत्नी से शादी कर ली, जिसपर घर वालों को काफी आपत्ति थी। रामलगन ने गैरबिरादरी में जाकर दूसरी पत्नी से शादी की थी, जिसपर घरवालों को खेद था। घरवाले राम लगन से इतना गुस्सा हो गए कि उन्होंने राम लगन से सभी संबंधों को तोड़ दिया था। रामलगन अपनी पत्नी के साथ दूसरे घर में रहने लगा था। तभी अचानक उसकी मौत की खबर सबके सामने आई। मौत की खबर सुनते हुए भी उसके घर वाले नहीं पिघले। रामलगन की पत्नी विनती करती रह गई थी, उसके पति का देह संस्कार कर दिया जाए, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं मानी।
लाश को समंदर किनारे दबाया-
जब रामलगन के घर वालों ने उसका अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया, तो आस-पड़ोस के लोगों ने राम लगन की पत्नी की मदद की है। बताया गया कि आस-पड़ोस के लोगों ने राम का अंतिम संस्कार तो नहीं किया, लेकिन नदी किनारे बालू में रामलगन के शव को दबा दिया(man's dead body dumped in sand)। रामलगन के शव को बालू में दबाने की सूचना जब ग्रामीणों को मिली, तो वे बेहद नाराज हुए और इस पर अपनी आपत्ति जताई।
क्या हुई कार्यवाही?
खबरों के मुताबिक प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले की जानकारी उन्हें अभी मिली है। लेकिन परिजनों ने कोई भी शिकायत दर्ज नहीं कराई है। इसलिए हम शिकायत मिलने पर ही जांच की प्रक्रिया को शुरू कर सकते हैं।