BHADOHI: डॉक्टर ने 13 वर्षीय बच्ची के साथ की गलत हरक़त, सबूत मिटाने के मामले में इंस्पेक्टर भी निलंबित
भदोही में एक डॉक्टर ने 13 वर्षीय युवती के साथ गलत हरकत की, जिसके बाद उसका यह वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले से भदोही कोतवाल अंजनी कुमार राय को भी हटा दिया गया है।

13 वर्षीय युवती के साथ डॉक्टर ने की अश्लील हरकत।
भदोही, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के भदोही ज़िले में इलाज के दौरान एक डॉक्टर ने 13 वर्ष की लड़की के साथ गलत हरकत करने की कोशिश की। इस बात का वीडियो बड़ा तेजी से वायरल हो गया एवं असल बात तो यह है कि इस मामले को दबाने एवं सबूत मिटाने के चक्कर में भदोही कोतवाली के सब इंस्पेक्टर को निलंबित एवं कोतवाल को केस से हटा दिया गया है।
पूरा मामला यह है कि इलाज कराने आई 13 वर्षीय लड़की के साथ चिकित्सक ने अश्लील व्यवहार किया। इसके बाद किसी ने उसका एक वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। बच्चे के परिवार वालों का यह आरोप है कि तबीयत खराब होने पर वह अपनी बेटी को लेकर अस्पताल गए थे। जांच के नाम पर डॉक्टर ने बेटी के साथ गलत व्यवहार किया, वह बहाने से उसे अपने केबिन में ले गया और वहां उसके साथ गंदी हरकत करने लगा। इस बात की जानकारी बच्ची ने अपने परिवार वालों को दी, इसके बाद परिवार वालों और डॉक्टर का विवाद होने लगा और बदनामी के भय से में पुलिस के पास नहीं गए। तभी किसी ने वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
DIG तक पहुँची बात-
यह मामला अब डीआईजी आरके भारद्वाज के पास पहुंच गया है। आरके भारद्वाज ने यह आश्वासन दिया है कि इस मामले को पूरी गंभीरता के साथ देखा जाएगा। बताया जा रहा है कि सब इंस्पेक्टर ने साक्ष्य नष्ट किए हैं एवं उसे छुपाने की कोशिश की है। इसके बाद तत्काल प्रभाव से उसे निलंबित कर दिया गया है एवं आरोपी साबित होने पर कड़ी से कड़ी सजा भी दी जाएगी, वहीं कोतवाल भदोही को भी इस केस से हटा दिया गया है।
डॉक्टर साहब की खैर नहीं-
बताया जा रहा है कि डॉक्टर साहब पर मॉलेस्टेशन के मामले लगाए जाएंगे एवं नाबालिक से छेड़खानी करना उनको बहुत महंगा पड़ सकता है। दोषी पाए जाने पर डॉक्टर साहब पर कानून की धाराएं तो लगाई ही जाएंगी, साथ ही साथ उनका लाइसेंस भी छीना जा सकता है। हो सकता है कि कुछ सालों तक जेल जाना पड़ जाए या और हमेशा के लिए वह प्रैक्टिस न कर पाए।
बताया जा रहा है कि डॉ एसके चौहान के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
सेमिनार आयोजन:
प्रदेश में इस तरह की घटनाएं काफी सुनने को मिल रही है। जिसकी वजह से इस अपराध को रोकने के लिए एक सेमिनार का आयोजन कराया जाएगा। इस सेमिनार के जरिए गंभीरता एवं जागरूकता से मुद्दे को उठाया जाएगा, जिसकी अध्यक्षता स्वयं डीआईजी करेंगे।