बिरसा मुंडा जयंती पर गोषणा: मिर्ज़ापुर-सोनभद्र बॉर्डर पर बनेगा जनजातीय संग्रहालय एवं छात्रावास
आजादी की अमृत मोहत्सव श्रृंखला में जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय नायक, स्वाधीनता संग्राम सेनानी एवं क्रांतिदूत भगवान बिरसा मुंडा की 146वीं जयंती पर ऐलान किया गया कि, मिर्ज़ापुर-सोनभद्र बॉर्डर पर जनजातीय संग्रहालय बनाया जाएगा।

लखनऊ में मनाई गई Birsa Munda जयंती।
उत्तर प्रदेश, Digital Desk: आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर सोमवार को जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन लखनऊ में किया गया था। आजादी के इस अमृत मोहत्सव श्रृंखला में जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय नायक, स्वाधीनता संग्राम सेनानी एवं क्रांतिदूत भगवान बिरसा मुंडा की 146वीं जयंती पर ऐलान किया गया कि, मिर्ज़ापुर-सोनभद्र बॉर्डर पर जनजातीय संग्रहालय बनाया जाएगा।
समारोह में Anupriya Patel भी उपस्थित:इस समारोह में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी उपस्थित थी। अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि, भारत का आम नागरिक जनजातीय समुदाय से भावनात्मक रूप से जुड़े हुआ है, यही भाव हर व्यक्ति के हृदय में उत्पन्न होना चाहिए। आगे अनुप्रिया पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच और भाव को प्रणाम करते हुए कहा कि, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने जंगलों में रहने वाले जनजातीय समुदाय की आजादी पाने के लिए अंग्रेजों के साथ किए गए संघर्ष को 15 नवंबर अर्थात भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को "जनजातीय गौरव दिवस" के रूप में मनाने का फैसला लेकर एक नई पहल की शुरुआत की है। इस दिवस के माध्यम से जनजाति समुदाय को उनकी खोई हुई पहचान वापस मिलेगी, जिसके लिए वे लंबे समय से हकदार थे।
मिर्ज़ापुर-सोनभद्र बॉर्डर पर जनजातीय संग्रहालय:
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर और सोनभद्र जिले में बड़ी संख्या में कॉल,शेरों, गोंड, पनिका, खरवार आदि जनजातीय समुदाय के लोग निवास करते हैं। ऐसे में वहां जनजाति संग्रहालय के निर्माण की जो घोषणा सरकार द्वारा की गई है, उसके लिए मैं धन्यवाद करती हूँ। उन्होंने कहा कि, जनजातीय वनवासियों के कल्याण के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास जैसी तमाम विषयों को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार तमाम योजनाओं का संचालन कर रही है।
वहीं उत्तर प्रदेश सरकार में समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने मिर्ज़ापुर-सोनभद्र की सीमा पर जनजातीय संग्रहालय एवं आदिवासी छात्रों के लिए छात्रावास के निर्माण की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़ा व्यक्ति के विकास से ही, सही मायने में रामराज्य की स्थापना होगी।