योगी सरकार द्वारा पत्रकारों को तोहफा, अब प्राइवेट अस्पताल में भी मिलेगी चिकित्सा सुविधा

राज्य एवं जनपद स्तर पर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को एवं उनके आश्रित परिवार सदस्यों को सरकारी चिकित्सा के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी उपचार सुविधा मिलेगी।

 
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जारी हुआ आदेश।
उत्तर प्रदेश, Digital Desk: उत्तर प्रदेश में शासित योगी सरकार द्वारा राज्य और जनपद स्तर पर मान्यता प्राप्त पत्रकारों एवं उनके परिवार के सदस्यों को सरकारी चिकित्सालय में तो सरकारी सुविधा मिलती है। लेकिन अब इन पत्रकारों को प्राइवेट अस्पताल में भी चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया गया है एवं मंगलवार को इससे संबंधित एक निर्देश भी जारी कर दिया गया है।

पत्रकारों को तोहफ़ा:

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि, सरकार ने प्रदेश में राज्य स्तर एवं जनपद स्तर पर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को एक तोहफा देने का निर्णय लिया है। यह तोहफा प्राइवेट अस्पताल में भी चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का है, पत्रकारों के कार्यों की विशिष्टता एवं दृढ़ता को देखते हुए सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया है। सरकार का ऐसा मानना है कि रिपोर्टर जनता तक सच पहुंचाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डालते हैं। ऐसे में उनके जान को खतरा होता है, इसीलिए सरकारी अस्पतालों में सरकारी सुविधा के साथ-साथ, प्राइवेट अस्पतालों में भी चिकित्सा सुविधा प्रधान कराई जाएगी। इस योजना को "मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना" के अंदर सम्मिलित किया जाएगा। जिसमें इन्हें चिकित्सा सुविधा प्रदान कराई जाएगी।

प्राइवेट अस्पताल में सुविधा:

प्रवक्ता ने बताया कि, मान्यता प्राप्त पत्रकारों को पूर्ण विवरण प्रतिवर्ष चिकित्सा सुविधा हेतु नामित नोडल अधिकारी द्वारा मुख्य कार्यपालक अधिकारी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि सभी पात्र लाभार्थियों एवं उनके आश्रित परिवार के सदस्यों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत सम्मिलित करते हुए चिकित्सा उपचार कराया जा सके।

मान्यता प्राप्त पत्रकारों का पूर्ण विवरण जानते हुए फिर उन्हें सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में चिकित्सा लाभ दिया जाएगा। फ़िलहाल, पत्रकारों को आम नागरिकों की तरह ही सरकारी अस्पतालों में उपचार की व्यवस्था है। लेकिन पत्रकारों की कार्य के प्रति ज़ोखिम को देखते हुए, सरकार ने यह फैसला किया है कि, उन्हें प्राइवेट अस्पतालों में भी मुफ्त चिकित्सा उपचार प्रदान कराने की बारी आ गई है। इसलिए मान्यता प्राप्त पत्रकारों को सरकारी अस्पताल में चिकित्सा के साथ प्राइवेट अस्पताल में भी सुविधा उपलब्ध कराई जाए।