सोनभद्र में बढ़ता जा रहा है मलेरिया का क़हर 20 बच्चे बीमार, अब तक हो चुकी हैं कई मौतें
सोनभद्र जिले में पिछले कई महीनों से मलेरिया के केस बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। जिसके बाद वहां पर अफरा-तफरी मची हुई है और इस बीमारी के कारण कई सारे लोग अपनी जान गवा बैठे हैं।

मलेरिया ने ढाया सोनभद्र पर कहर।
बताया जा रहा है कि, सोनभद्र के कुछ गांव में तो मलेरिया अपना विख्यात रूप ले चुका है। यहां पर 35 बच्चे मलेरिया और खून की कमी से बीमार हो चुके हैं। अज्ञात बीमारी के कारण कई सारे लोगों की मृत्यु हो चुकी है एवं प्रशासनिक लापरवाही को देखते हुए लखनऊ की एक टीम जांच के लिए पहुँच चुकी है, यह टीम 3 दिन तक जांच करेगी। मौत और लगातार मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी अब हरकत में आ गया है। स्वास्थ्य विभाग भी ग्रामीणों में मच्छरदानी और दवाइयां बांट रहा है। गांव में टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है और वहां पर सीएमओ नेम सिंह और दुद्धी के एसडीएम रमेश कुमार कैंप लगाए हुए हैं।
कैम्प:
कैम्प लगने की वजह से लोगों को राहत मिल रही है। स्वास्थ्य विभाग अब लापरवाही नहीं बरत रहा है, बल्कि गांव में कैंप लगाकर टैंकों द्वारा शुद्ध पानी एवं गांव निवासियों को दवाइयां और मच्छरदानी बांट रहा है। जिससे मौत के आंकड़े में इजाफा न हो एवं सभी गांव निवासी पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाएं।
35 बच्चे मलेरिया से ग्रसित:
ग्राम प्रधान ईश्वर प्रसाद ने बताया कि, पाटी गांव में भी 40 दिनों के अंदर 6 से 7 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। जबकि पाटी गांव में 35 बच्चे अब तक मलेरिया व खून की कमी से ग्रसित पाए गए हैं। ग्रामीणों की मेडिकल मोबाइल कैंप द्वारा जांच की जा रही है।
लापरवाही के कारण बढ़ रहा मलेरिया का प्रकोप:
गांव में अगर उच्च कोटि की सुविधा मुहैया नहीं कराई जाएगी तो इसी तरह बीमारियां बढ़ती रहेंगी। बीमारी न बढ़े इसलिए गांव में साफ-सफाई रहना एवं शुद्ध पानी की सुविधा होनी चाहिए, तभी आगे चलकर आने वाले समय में लोग बीमारी से ग्रसित नहीं होंगे।