Rajya Khabar: अब आसान होगा मध्यप्रदेश से मिर्ज़ापुर और प्रयागराज का सफ़र, इस जगह बनेगा शानदार पुल

लाक्षागृह से परानीपुर के बीच गंगा पर एक पुल का निर्माण कराया जाएगा, जिससे मध्य प्रदेश से मिर्ज़ापुर एवं प्रयागराज जाने की मार्ग समय सीमा बेहद कम हो जाएगी एवं लोगों को काफी राहत भी मिलेगी।

 
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यहाँ बनेगा बड़ा पुल।

उत्तर प्रदेश, Digital Desk: राजकीय सेतु निर्माण नगर निगम की ओर से एक सर्वे किया गया, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि, लाक्षागृह और परानीपुर के बीच गंगा पर एक पुल का निर्माण किया जाएगा। इस पुल के निर्माण के बाद पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश से लेकर पूर्वांचल के कई जिलों तक मिर्ज़ापुर होते हुए प्रयागराज से इसका सीधा जुड़ाव हो जाएगा, जिसके बाद यातायात करने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी।

सालों से लगाई जा रही थी पुल बनाने की गुहार:

कई सालों से गंगा पर सिरसा में पुल बनाने के लिए आवाज उठाई जा रही थी। इस पुल की वजह से मध्य प्रदेश से डायरेक्ट पूर्वांचल का जोड़ हो जाएगा, जिसके बाद ट्रेडिंग एवं सफर करने वाले लोगों को काफी आराम मिलेगा, जिससे समय के साथ साथ पैसे भी बचेंगे। कई सालों से इस पुल को बनाने के लिए आवाज उठाई जा रही थी, जिसके बाद अब डिप्टी चीफ मिनिस्टर केशव प्रसाद मौर्य के हस्तक्षेप के बाद इस बहुप्रतीक्षित सपने को साकार करने का निर्णय ले लिया है। यह पुल करीब 1400 मीटर लंबा होगा एवं परानीपुर से शुरू होगा, यातायात के साथ-साथ यह पर्यटन को भी बढ़ावा देने में कारगर साबित होगा। राजकीय निर्माण निगम का यह मानना है कि इस पुल से लाक्षागृह के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

कहाँ-कहाँ होगा जुड़ाव:

इस पुल के बनने के बाद जौनपुर से मध्यप्रदेश का सीधा जुड़ाव हो जाएगा। सर्वे करने के बाद यह निर्णय लिया गया है कि परानीपुर से इस ब्रिज के निर्माण की शुरुआत होगी, इस पुल के साथ-साथ एक ओवर ब्रिज का भी प्रस्ताव शामिल है। जिसमें यह ओवर ब्रिज प्रयागराज से वाराणसी जाने वाली रेलवे लाइन पर बनाया जाएगा।

लाक्षागृह:

लाक्षागृह क्षेत्र को महाभारतयुगीन कहा जाता है। इस पुल के निर्माण के बाद लाक्षागृह क्षेत्र के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे लोग पौराणिक अतीत से परिचित हो सकेंगे। लाक्षागृह में वेदव्यास द्वार के अलावा, कुंती महल एवं भाग्य प्रेक्षागृह का निर्माण पहले से ही कराया जा चुका है। पहले लाक्षागृह जाने के लिए एक लंबा सफर तय करना पड़ता था, लेकिन इस पुल के निर्माण के बाद मार्ग सीमा कम हो जाएगी। जिसके बाद पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, प्रयागराज से मिर्जापुर के बीच गंगा पर भी एक पक्का पुल न होने से लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता था। यह पुल पहले सिरसा घाट पर बनने वाला था लेकिन तकनीकी कारणों के बाद अब इस निर्माण परानीपुर गंगा घाट से शुरू होगा।
 

पुल निर्माण से यातायात में राहत:

इस पुल का निर्माण होने के बाद मिर्ज़ापुर, सोनभद्र से प्रयागराज होते हुए वाराणसी, अयोध्या, जौनपुर, प्रतापगढ़, कानपुर, लखनऊ तक का यातायात सुविधाजनक एवं बिना किसी दिक्कतों के हो जाया करेगा। जिससे सफर करने वाले लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा एवं कम समय में वे सफ़र तय कर पाएँगे।