अब प्रदेश में नहीं होगी कोयले की कमी?, सोनभद्र में एक ही दिन में हुई कोयले की इतने टन आपूर्ति

Sonbhadra, एनसीएल द्वारा बुधवार को एक ही दिन में 4.15 टन कोयले की आपूर्ति की गई एवं एक नया कीर्तिमान हासिल किया गया। 3 महीनों में यह तीसरी बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

 
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बढ़ रही है कोयले की माँग।
सोनभद्र, Digital Desk: सोनभद्र को देश का उर्जा कैपिटल माना जाता है। यहां पर ऊर्जा में इस्तेमाल होने वाला कोयला उत्पन्न किया जाता है, यहां पर कोयला बड़ी ज्यादा मात्रा में उत्पन्न किया जाता है। ऐसे में भारत में बिजली के उत्पादन के लिए सोनभद्र एक अहम हिस्सा है। सोनभद्र में इस टाइम रिकॉर्ड तोड़ कोयले का उत्पादन हुआ, जिससे प्रदेश वासियों को राहत की सांस महसूस होगी। बीते दिनों आपने खबर पढ़ी होगी कि पूरे देश में कोयले की किल्लत है एवं कभी भी बिजली जा सकती है। लेकिन अब सोनभद्र में अगर इसी तरह भारी मात्रा में कोयला उत्पादन होगा, तो बिजली का संकट कभी नहीं आएगा।

एक दिन में 4.15 लाख़ टन का कोयला उत्पादन:

एनसीएल ने बुधवार को एक ही दिन में 4.15 1 टन कोयले की आपूर्ति कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया, 3 महीने में यह तीसरी बड़ी उपलब्धि है। बढ़ती हुई ऊर्जा की जरूरतों को देखते हुए एनसीएल कोयला आपूर्ति में नए रिकॉर्ड स्थापित करना है जो कि एक बहुत ही पॉजिटिव बात है।

बीते दिनों एक खबर बड़ी तेजी से वायरल हुई जिसमें यह बताया गया कि पूरे देश में कोयले का संकट है एवं किसी भी वक्त बिजली काटी जा सकती है। ऐसे में एनसीएल ने बुधवार को देश भर के विभिन्न उपभोक्ताओं को कुल रैक 111 कोयला की आपूर्ति की, जिनमें 69 मैरी गो राउंड और 42 आर आई रैक शामिल है। देश की कोयला अवस्था को पूरा करते हुए एनसीएल ने चालू वित्तीय वर्ष में 15% की वार्षिक वृद्धि के साथ 78 मिलियन टन कोयला प्रेषित किया।

एनसीएल ने मॉनसून और कोविड-19 के बावजूद अभी तक 72 मिलियन टन कोयले का उत्पादन कर लिया है जो तय तिथि के निर्धारित लक्ष्य से भी अधिक है, चालू वित्तीय वर्ष यानी कि 2021 और 2022 में एनसीएल को 119 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं 126 मिलियन कोयला का लक्ष्य दिया गया है।