Varanasi: Assi Ghat Ganga Aarti के विरुद्ध हुआ पंडा समाज, कहा "पूजा एवं आरती कराना हमारा काम है"

महीनों बाद, गुरुवार को शुरू हुए subah-e-banaras Ganga Aarti के विरोध में पंडा समाज धरने पर बैठ गया है।

 
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यह गंगा आरती केवल आर्थिक लाभ प्राप्त करने हेतु है - पंडा समाज

वाराणसी, Digital Desk: Assi Ghat पर Corona Virus कारण Ganga Aarti स्थगित कर दी गई थी. 8 महीने बाद एक बार फिर गुरुवार सुबह गंगा आरती की शुरुआत की गई। जिसके बाद पंडो ने इस पर आपत्ति जताई और जबरदस्त विरोध करना शुरू कर दिया।

पंडा समाज ने दूसरे दिन भी शाम की गंगा आरती का विरोध किया और धरना प्रदर्शन पर बैठ गए। जिससे आरती स्थगित कर दी गई। विरोध प्रदर्शन के दौरान पंडा पुरोहित समाज के छात्र हाथों में तख्तियां लेकर धरने पर बैठे हुए दिखे। धरना प्रदर्शन की खबर सुनते ही पुलिस प्रशासन की टीम ने पंडा समाज को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराया।

दरअसल, यह पूरा विवाद में Assi Ghat पर होने वाली इस आरती को लेकर है। पंडा समाज का यह मानना है कि, यह धर्मसंगत नहीं है बल्कि बाजारवाद को बढ़ावा देता है। उनका मानना है कि, प्राचीन काल से बनारस में पंडा समाज ही घाटों पर गंगा आरती किया करते हैं। जबकि Subah-e-Banaras की ओर से जो आरती शुरू की गई है, वह कुछ निजी लोगों द्वारा कराई जा रही है, जिसमे उनका आर्थिक लाभ है।

तीर्थपुरोहितों के कार्य पर सुबह-ए-बनारस द्वारा अब कब्जा कर लिया गया है। जिसकी वजह से हम लोग आज इसके खिलाफ धरना दे रहे हैं। पौराणिक घाटों पर गंगा आरती करने का अधिकार सिर्फ और सिर्फ तीर्थपुरोहितों को ही है।