रोडवेज सोनभद्र: ज़िले में रोडवेज की बसों का हाल बेहाल, यात्री परेशान

सोनभद्र, डिजिटल डेस्क : क्या आपने कभी ऐसी स्थिति का सामना किया है, जहां आपके पास ज़रूरत का सामान है लेकिन आप उसका ज़रूरत के वक़्त ही इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं? ऐसी ही कुछ स्थिति सामने आई है उत्तर प्रदेश के सोनभद्र ज़िले से, यहां के रोडवेज का हाल कुछ ऐसा ही है। बस तो कई सारी मौजूद है लेकिन उनका इस्तेमाल कोई नहीं कर सकता। आप सोच रहे होंगे जब यात्री भी मौजूद है और बस भी तो फिर क्या दिक्कत है आखिर इस्तेमाल क्यों नहीं कर सकते? तो इसका जवाब बड़ा ही आसान-सा है। दरअसल, सोनभद्र ज़िले में यात्रियों की मुश्किलें बढ़ी है, लेकिन बसें इस हालत में नहीं कि उनमें सफर किया जा सके या तो बसें पार्ट्स न मिलने से बंद पड़ी या फिर खड़े खड़े उन्हें जंग खा रही है।
सोनभद्र और विन्ध्यनगर डीपो को मिलकर कुल 28 बसें खड़े खड़े जंग की खुराक बन रही है, अकेले देखा जाए तो सोनभद्र डीपो की 20 बसें पार्ट्स के अभाव में बेकार जर्जर हालत में पड़ी हैं। विन्ध्यनगर की बसों का भी यही हाल है यहां एक तरफ यात्री सफर के लिए इंतज़ार में हैं, तो दूसरी ओर बस भी मौजूद है लेकिन अवस्था यह है कि उनमें सफर तो दूर की बात कोई बैठ भी नहीं सकता। यात्री रोडवेज की बसों को छोड़ दूसरे प्राइवेट बसों से यात्रा करने के लिए मजबूर हैं। इससे आमजन को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जो लोग प्राइवेट बसों का खर्चा बसर नहीं कर सकते वह मजबूर है मुसीबत झेलने के लिए।
इस स्थिति पर परिवहन निगम को जल्द से जल्द एक्शन लेना चाहिए, कई बार यात्रियों को कष्ट में देख कर भी आला अफसरों द्वारा कोई ख़ास एक्शन नहीं लिया गया है। जागरण के सवाल करने पर आर.के. सिंह (स्टेशन अधिकारी, सोनभद्र डिपो) ने कहा है कि अब इस स्थिति को सुधरने के लिए ज़रूरी कदम उठाये जा रहें है, ज़रूरी पार्ट्स को मुहैया कराया जाएगा और बसों की मरम्मत भी ज़ोरों शोरों से शुरू है। जल्द ही उन्हें वापस संचालन के लिए तैयार किया जा रहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, आंकड़ों के अनुसार कुल मिलाकर सोनभद्र डीपो की 60 बसें हैं, जिसमें से मात्र 35 ही संचालन की स्थिति में है।
Source: Jagran