STF ने खत्म किया डकैत Gauri Yadav का खेल, Chitrakoot Encounter में मारा गया

उत्तर प्रदेश के साथ मध्य प्रदेश के लिए परेशानी बना हुआ डकैत गौरी यादव आज चित्रकूट में मारा गया। एसटीएफ की टीम ने उसे ढेर किया।

 
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लाखों रुपये का था इनाम।
Digital Desk: उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस के लिए डकैत गौरी यादव सर दर्द बन चुका था। लेकिन आज एडीजी अमिताभ यश की अगुवाई में चित्रकूट में एसटीएफ को एक बड़ी सफलता मिली। लगभग सुबह 3:30 बजे एसटीएफ की टीम ने गौरी यादव एनकाउंटर में मार गिराया।

गौरी यादव(Gauri Yadav Killed) पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की तरफ से लगभग 5.50 लाख का इनाम घोषित किया गया था। एसटीएफ को मौके पर गौरी यादव के पास एक एके-47 और कई सारे असलहे भी बरामद हुए।

2013-2016 का कांड -

डकैत गौरी यादव के केस में दिल्ली से एक दरोगा जांच के लिए पहुंचे थे,उस दरोगा को गौरी यादव ने मई 2013 में मार डाला था। इसके बाद मई 2016 में गोपालगंज के तीन ग्रामीणों को भी उसने खंभे से बांधकर गोली मार दी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश के तत्कालीन डीजीपी जावेद अहमद ने गौरी यादव के ऊपर ₹1 लाख का इनाम घोषित किया था।

सबसे बड़ा डकैत -

ददुआ और ठोकिया के बाद डकैत गौरी यादव बीहड़ में एक बड़ा नाम बन चुका था। सब उसके नाम से लोग थरथर कांपते थे, लेकिन कुछ समय से वह अंडरग्राउंड चल रहा था। कुछ महीने पहले ही उसने चित्रकूट के जंगलों में फायरिंग कर दी और दहशत मचा दी। गौरी यादव पिछले 20 साल से डकैती कर रहा था। 2005 से लेकर 2008 के बीच में जब ददुआ और ठोकिया मारे गए तो सबसे बड़ा डकैत गौरी यादव ही बचा था। उसने बीते सालों में कई सारी डकैती की और पूरे प्रदेश में पूर्वांचल में अपना दबदबा बना कर रखा था, लेकिन आज वह मारा गया।