कानपुर के दबंगों ने खेला खूनी खेल, मिर्ज़ापुर वेब सीरीज़ से प्रभावित

फजलगंज थाना क्षेत्र के हिमाचल टाकीज़ के पीछे हुई आपसी रंजिश में आरोपियों ने कारोबारी को उतारा मौत के घाट, पुलिस की कार्रवाई जारी है। 
 
source: BBC
दबंगो ने एक पालतू कुत्तों के व्यापारीकी गोली मार के हत्या कर दी, आरोपी ने Mirzapur web series को देखने के बाद खरीदी थी बन्दूक


कानपुर, Digital Desk : वेब सीरीज आज के युवा वर्ग के जीवन का एक अहम् हिस्सा है। हम चाहे माने या न माने लेकिन सच तो यह है कि ये सोशल मीडिया और वेब सीरीज ने युवाओं को बहुत प्रभावित किया है। युवा अक्सर जो देखता है, सुनता है, समझता है, वही बनता चला जाता है। उसे इस बात का बोध भी नहीं होता की कब वह एक वेब सीरीज की ज़िन्दगी अपने असल जीवन में जीने लगता है। सिनेमा और वेब सीरीज में जैसे हीरो विलेन से लड़ाई करते हैं, राउडी नेचर में जीते हैं, प्रशासन और पुलिस को कुछ नहीं समझते हैं, युवा वर्ग उन चीज़ो को भी अपने जीवन में बखूबी उतरने की कोशिश करता रहता है। आज की पीढ़ी इस अनुशासनहीनता को कूल बनने का पर्यायवाची समझती है।  ऐसी ही एक जीवंत घटना देखने को मिली है कानपुर ज़िले के फजलगंज थाने में। 


फजलगंज थाना क्षेत्र के दर्शनपुरवा में हिमाचल टॉकीज़ के पीछे दबंगो ने एक पालतू कुत्तों के व्यापारी पवन (30) की गोली मार के हत्या कर दी। सोमवार की रात इस घटना को 3 आरोपियों ने नशे की हालत में अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि विवाद की वजह वर्चस्व है। गोली मारने के बाद व्यापारी को सड़क पर छोड़ वह तीनों फरार हो गए थे। सूचना मिलने पर परिजनों ने व्यापारी को अस्पताल पहुँचाया, जहां उसे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। उसके बाद परिजनों ने  आरोपियों के खिलाफ एफआईआर लिखवाई।   

पुलिस ने तीनो आरोपियों बिल्लू उर्फ़ सुशांत, आलू उर्फ़ करण कश्यप और बेटू शुक्ला को मंगलवार की रात फजलगंज फायर स्टेशन से गिरफ्तार किया। आरोपियों के पीछे कुल 6 टीमें लगी हुई थी। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई बन्दूक भी बरामद की। पूछताछ में ये सामने आया कि बिल्लू मिर्ज़ापुर वेब सीरीज़ ( Mirzapur Web Series ) का जबरा फैन है।  उसने मिर्ज़ापुर सीरीज (Mirzapur Web Series) को देखने के बाद ही बन्दूक खरीदी थी और रखना शुरू किया था।  हालांकि वह हमेशा बन्दूक लेकर नहीं चलता था, लेकिन पवन से रंजिश के बाद वह अक्सर ही बन्दूक अपने पास रखता था। फजलगंज थाना प्रभारी के अनुसार आगे की कार्रवाई के लिए आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।  फिलहाल बन्दूक कहाँ, किससे और कैसे खरीदी गई इसकी तहकीकात अभी भी जारी है।  

source: जागरण