UPTET परीक्षा में नक़ल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़, पूरे प्रदेश में फ़ैला था इनका लिंक
यूपीटीईटी परीक्षा में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ हो चुका है, रविवार को इन लोगों ने परीक्षा में बेईमानी करने की कोशिश की, लेकिन यह सब पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं।

नक़लची ग्रुप के 16 सदस्य STF द्वारा पकड़े गए।
उत्तर प्रदेश, Digital Desk: बीते रविवार को यूपीटीईटी के परीक्षा आयोजित होने वाली थी, परीक्षा के लिए अभ्यर्थी अपने घरों से निकल भी चुके थे। लेकिन परीक्षा शुरू होने के कुछ घंटों पहले ही यह घोषणा हुई कि, परीक्षा को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है एवं इस परीक्षा को अब एक महीने बाद फिर से आयोजित कराया जाएगा। परीक्षा रद्द करने का कारण यह था कि परीक्षा के दौरान कुछ नकलची ग्रुप के लोगों ने ऑनलाइन पेपर लीक करवा दिए, जिसके लिए उन्होंने मोटी रकम ली थी। लेकिन एसटीएफ द्वारा का भांडा फूटा और अब इस गिरोह के 16 सदस्यों को तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार कर लिया गया है।
पूरे प्रदेश में फ़ैला था इनका लिंक:
जौनपुर का ललित और सोनभद्र का अनुराग प्रयागराज टीआईटी पेपर में सोलर गैंग का भंडाफोड़ करते हुए यूपी एसटीएफ ने इन्हें गिरफ्तार किया। ललित अभ्यार्थी तो वही अनुराग दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचा था। फिलहाल बनारस के सोनू कुमार की तलाश की जा रही है। एसटीएफ के अनुसार प्रयागराज के झांसी न्याय नगर स्थित डीएनएमएस गर्ल्स इंटर कॉलेज केंद्र पर अनुराग को गिरफ्तार किया गया था। यह शंकरगढ़ के रहने वाले अजय पटेल की जगह पर परीक्षा देने गया था, जिसके लिए उसे ढाई लाख रुपए मिलने वाले थे। वहीं ललित कुमार भी किसी और के लिए परीक्षा देने गया था, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके लिए उसने ₹40 हज़ार लिए थे।
अभी फिलहाल 16 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। यह 16 सदस्य अलग-अलग जगहों से अपना लिंक रखते थे। फिलहाल पुलिस ने प्रतापगढ़, बिहार, बिहार के कुछ अन्य इलाकों से एवं चित्रकूट, सोनभद्र ,औरंगाबाद और अन्य कई जगहों से इन नकल करने वाले गिरोह के लोगों को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि यह सॉल्वर गैंग व्हाट्सएप के जरिए बेईमानी कर रहे थे। इनके व्हाट्सएप पर सॉल्व किए गए पेपर पाए गए, जिसके बाद तत्काल प्रभाव से यह एसटीएफ के हत्थे चढ़े। फिलहाल उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को समूल जड़ से समाप्त करने की इस नीति में कड़े कदम उठा रही है, जिसके तहत इस गैंग को गिरफ्तार किया गया है।
कैसे करते/करवाते थे नक़ल?
उत्तर प्रदेश एसटीएफ द्वारा यह बताया गया कि यह लोग अन्य छात्रों की जगह परीक्षा देने जाते थे। मान लीजिए कि, अगर यह व्यक्ति आपकी जगह परीक्षा देने जा रहा है, तो यह उस परीक्षा को देने के लिए एवं उसमें अव्वल अंक पाने के लिए आपसे मोटी रकम लेगा। इसी प्रकार यह लोग एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश, एक ज़िले से दूसरे ज़िले जाकर परीक्षा देने वाले थे। दूसरा तरीका यह था कि इन लोगों ने परीक्षा पेपर ही ऑनलाइन लीक करवा दिया था। परीक्षा होने के कुछ दिन पहले ही लोगों के पास परीक्षा का प्रश्न पत्र पूरा सॉल्व किया हुआ व्हाट्सएप के जरिए circulate हो गया था।
अब परीक्षा का लेकर अगला कदम:
यह यूपी एसटीएफ के लिए अभी एक छोटी सफलता है। फिलहाल अभी इस बड़े गिरोह के और भी सदस्यों को पकड़ना बाकी है। लेकिन यूपी एसटीएफ अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही है। ऐसे में प्रशासन की तरफ से नई परीक्षा तिथि को जल्द ही घोषित किया जाएगा। बताया जा रहा है कि अब यह परीक्षा एक महीने बाद यानी कि, दिसंबर के महीने में आयोजित कराई जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार के दिन ऑनलाइन पेपर लीक होने के समय ट्वीट करते हुए प्रशासन टीम की तारीफ की थी। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए ट्वीट किया था।