UP Elections 2022: जब प्रभुनारण सिंह यादव ने मोदी लहर में दौड़ाई बाइसिकल, क्या होगा 2022 के चुनाव में

प्रभु नारायण सिंह ने चंदौली जिले की सकलडीहा विधानसभा सीट में साइकिल दौड़ाई थी और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को हराया था।

 
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क्या 22 में बाइसिकल?

उत्तर प्रदेश, Digital Desk: प्रभु नारायण यादव उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले की सकलडीहा विधानसभा से विधायक पद पर अभी कार्य कर रहे हैं। वे अपने क्षेत्र में दिग्गज नेताओं की सूची में माने जाते हैं। एक अनुभवी राजनीतिज्ञ के रूप में प्रभु नारायण यादव ने समाजवादी पार्टी के साथ जुड़कर विभिन्न पदों एवं मुद्दों पर काम किया है।

जीवन परिचय:

चंदौली जिले के केलावर ग्राम में जन्मे प्रभु नारायण यादव ने अपनी आरंभिक शिक्षा सकलडीहा क्षेत्र से ही प्राप्त की थी। इसके बाद उन्होंने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से स्नातक तक शिक्षा ग्रहण की और युवावस्था से ही उनका राजनीति के प्रति रुझान रहा और उन्होंने पॉलिटिक्स को अपना करियर चुना।

चुनावी रिकॉर्ड:

प्रभु नारायण जी ने 1993 में बहुजन समाज पार्टी से टिकट लेकर चंदौली विधानसभा से चुनाव जीता। इसके साथ ही वह उत्तर प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश में संपन्न हुए 17वे विधानसभा चुनाव में प्रभु नारायण यादव ने भारतीय जनता पार्टी के जाने-माने नेता सूर्यमणि तिवारी को 14 हज़ार मतों के अंतर से हराया था। बात यह भी है कि सकलडीहा विधानसभा क्षेत्र चंदौली जिले के अंतर्गत आती है। उत्तर प्रदेश की विधानसभा में  इसे 381वां स्थान दिया गया था, क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या लगभग 2 लाख़ थी। इस विधानसभा सीट पर अभी तक जितने भी चुनाव हुए हैं, उसमें निर्दलीय प्रत्याशी व समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी की जीत हुई है। वर्तमान में तो प्रभु नारायण यादव इस सीट पर काबिज हैं। इससे पूर्व होने वाले चुनाव में सुशील सिंह ने भाजपा व सपा पार्टी के प्रत्याशी को हराया था। बात तो यह है कि सुशील सिंह निर्दलीय चुनाव लड़े थे, उस समय प्रभु नारायण दूसरे स्थान पर थे।

2017 के चुनाव में :

17वें विधानसभा चुनाव में प्रभु नारायण यादव ने 14 हज़ार वोटों के अंतर से इस चुनाव को जीता था। जबकि जीत का अंतर ज्यादा नहीं था, पर विजेता वही घोषित हुए थे।

2022 में जीत की संभावना:

फ़िलहाल आने वाले 2022 विधानसभा चुनाव में भी प्रभु नारायण सिंह ही जीत के दावेदार नजर आ रहे हैं। लेकिन समय का चक्र है, कुछ भी हो सकता है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि उनके सामने विपक्ष में कौन सा नेता होता है।