UP ELECTIONS 2022: क्या होगी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का हाल, क्या कहते है फैक्ट्स और इतिहास, जानिए

उत्तर प्रदेश विधानसभा(UP Elections) की तैयारियों में प्रियंका गांधी बड़े समय से जुटी हुई है ऐसे में चुनाव समर के आगाज के साथ ही कांग्रेस ने आधी आबादी पर अपना मुख्य फोकस रखते हुए, महिला घोषणा पत्र जारी कर दिया है।

 
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कितना कारगर साबित होगा प्रियंका गांधी(Priyanka Gandhi) का दाव।

उत्तर प्रदेश, Digital Desk: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव(UP Elections) को लेकर राजनीतिक पार्टियां अब अपनी तैयारियों में जुट गई है। चुनाव नजदीक आते ही हर प्रत्याशी अलग दांव से चुनाव लड़ने की तैयारियां कर रहा है। जिसमें अन्य पार्टियां अपनी अलग रणनीति बना रही है। कुछ के प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं, तो वहीं कुछ पार्टी चरणबद्ध तरीके से प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लगा रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी(Congress) की कमान इस बार प्रियंका गांधी(Priyanka Gandhi) के हाथ में है कांग्रेस पार्टी में प्रतिस्पर्धा में प्रथम दावेदार न हो, लेकिन वह पूरा जोर लगा रही है और काफी हद तक माना जा रहा है कि, सही दिशा में भी है। चुनाव में अपनी सीटों पर कामयाब हो सकती है।

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कांग्रेस(Congress) अपनी आधी आबादी पर मुख्य फोकस रखते हुए महिला घोषणा पत्र जारी कर चुकी है। जिसमें महिलाओं के स्वाबलंबन, स्वाभिमान, शिक्षा, सम्मान, स्वास्थ्य और सेहत से जुड़े कई ऐलान किए जा चुके हैं। इसके साथ कांग्रेस ने महिलाओं को विधानसभा चुनाव में 40 फ़ीसदी टिकट देने का भी वादा कर दिया है और प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। जारी की गई उम्मीदवारों की लिस्ट में 125 उम्मीदवारों के नाम है, जिसमें 50% महिलाओं को टिकट भी दिया गया है। निसंदेह है यह एक महत्वपूर्ण प्रयोग है और महिलाओं के प्रतिनिधित्व को आगे बढ़ाने में इस प्रयास को प्रशंसा मिल रही है। क्या इस बार प्रियंका गांधी का यह उत्तर प्रदेश की राजनीति में उलटफेर कर देगा।

ऐसा प्रयोग साल 2019 के लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी(Mamta Banarjee) ने भी किया था, जिसमें उन्होंने महिलाओं को टिकट दिया था।। उन्होंने भी महिलाओं को मैदान में उतारा, जिसमें से 50% से ज्यादा महिलाएं इस चुनाव को जीत भी गई थी। ऐसा एक्सपेरिमेंट नवीन पटनायक(Naveen Patnaik)भी कर चुके हैं।

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस?

उत्तर प्रदेश उड़ीसा और बंगाल में राजनीति और संस्कार में कई अंतर है। पर उत्तर प्रदेश में आधी आबादी चुनावी नतीजों को बदलने का दम जरूर रख रही है। कांग्रेस के परिपेक्ष में देखा जाए तो यह अन्य पार्टियों को नुकसान पहुंचा सकती है। क्योंकि उत्तर प्रदेश में चुनावी रण सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) और भारतीय जनता पार्टी(Bhartiya Janta Party) के बीच दिख रहा है। लेकिन महिलाओं को 40% आरक्षण देने वाली बात पर कांग्रेस को भी अहमियत मिलती जा रही है। ऐसे में प्रियंका गांधी चुनाव जीते न, लेकिन वह इन दोनों पार्टियों को टक्कर दे सकती है।