महिला ने अखिलेश यादव की गाड़ी के सामने किया आत्महत्या का प्रयास, पूर्व मंत्री के बेटे पर भी लगाया बेटी के अपहरण का आरोप, पढ़े पूरी खबर
चुनाव की एक महिला ने सोमवार शाम को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के काफिले के सामने आत्महत्या करने का प्रयास किया जिसके बाद सपा के एक राज्यमंत्री के पुत्र पर भी बेहद गंभीर आरोप लगाए।

महिला ने किया आत्महत्या का प्रयास।
उत्तर प्रदेश, Digital Desk: उन्नाव में एक महिला ने सोमवार की शाम को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव(women tries to attempt suicide in front Akhilesh Yadav car)के काफिले के सामने आत्महत्या करने का प्रयास किया जिसके बाद उसने सपा सरकार के एक राजनेता जो राज मंत्री भी रह चुके हैं, जिनका नाम फतेह बहादुर सिंह है उनके बेटे पर अपनी बेटी को अगवा करने का भी आरोप लगाया।वहां पर मौजूद एसपी हजरतगंज की टीम ने उसे तुरंत पकड़ लिया, जिसके बाद वह आत्महत्या नहीं कर पाई। उसने उन्नाव की सदर कोतवाली के पुलिस पर भी दबाव में कार्यवाही नहीं कर रही है, ऐसा कुछ आरोप लगाया।
विस्तार बात:
एक महिला ने अखिलेश यादव(AKHILESH YADAV VIRAL VIDEO)के काफ़िले के सामने ही आत्महत्या करने का प्रयास किया। जिसके बाद एसपी हजरतगंज की टीम ने उसे तुरंत पकड़ लिया और आत्महत्या(SUICIDE) के प्रयास को फुस कर दिया। महिला ने उन्नाव(unnao news) की सदर कोतवाली की पुलिस आरोपियों के खिलाफ दबाव में कार्यवाही नहीं कर रही है। जिसके बाद उसकी बेटी का 50 दिन बाद भी कोई पता नहीं चला है। एसपी हजरतगंज की सूचना मिलने पर महिला को उन्नाव पुलिस के सिपुर्द कर लिया गया है। उन्नाव स्थित काशीराम कॉलोनी में रहने वाली मुकेश की पत्नी रीता देवी पिछले महीने 8 दिसंबर को समाजवादी पार्टी के कार्यालय में शिकायती पत्र दे चुकी है।
लखनऊ में आज सपा ऑफिस के बाहर उन्नाव से आई एक महिला ने अखिलेश यादव की गाड़ी के सामने आत्मदाह की कोशिश की। महिला का आरोप है कि उन्नाव के सपा नेता राजोल सिंह ने उनकी बेटी को दो महीने से किडनैप कर रखा है।#UPElection2022 pic.twitter.com/OpVpiLCWHK
— Bhadohi Wallah (@Mithileshdhar) January 24, 2022
उसने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह के बेटे अरुण सिंह ने अपने दोस्तों के साथ उसकी बेटी को अगवा कर लिया है। इस संबंध में सदर कोतवाली की पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली, लेकिन किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की। रीता ने यह आरोप लगाया है कि पूर्व राज्य मंत्री का बेटा होने की वजह से पुलिस उस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रही है और अभी फिलहाल एफआईआर दर्ज की लगभग 50 दिन हो रहे हैं लेकिन किसी प्रकार की सहायता महिला को नहीं मिल रही है।बताया जा रहा है कि, जब अखिलेश यादव का काफिला निकला तो काफिला निकलते ही महिला ने सामने कूदने का प्रयास किया। जिसके बाद एसपी सिटी की टीम ने तुरंत ही, उसे पकड़ लिया और किनारे में ले गए।
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इस मामले में पीड़िता का आरोप है कि बेटी को बरामद कर लिया गया है। जिसके बाद वह 6 बार डीएम से और 5 बार एसपी उन्नाव से भी मिल चुकी है। लेकिन हर बार उसे केवल आश्वासन मिला। वहां के विधायक पंकज से भी मिल चुकी है, लेकिन कुछ नहीं हुआ उसकी बेटी का अभी तक कुछ पता नहीं चला है।
इस वायरल वीडियो को संबित पात्रा ने शेयर किया और समाजवादी पार्टी का समाज के प्रति संवेदनशीलता करते हुए ट्विटर पर एक पोस्ट लिखा।